महादेवा ( बस्ती )। विकास खण्ड बनकटी क्षेत्र के बनकटी नगर पंचायत अंतर्गत शंकर नगर वार्ड (शंकरपुर) निवासी प्रगतिशील किसान मोहम्मद हसन क्षेत्र के किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बनकर उभरे हैं। उनकी एप्पल बेर की बगिया आज न केवल अच्छी आमदनी का साधन बनी है, बल्कि युवाओं के आकर्षण का केंद्र और सेल्फी प्वाइंट भी बन चुकी है।
ढाई बीघा भूमि में लगी एप्पल बेर की बगिया में टहनियों पर लटकी लाल-लाल सेब जैसी बेरें देखने में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सेब बागानों की याद दिलाती हैं। यही वजह है कि आसपास के गांवों के साथ-साथ दूर-दराज़ क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग बगिया देखने और फोटो खिंचवाने पहुंच रहे हैं।
मोहम्मद हसन ने खेती की शुरुआत से पहले मुंबई में रहकर मेहनत-मजदूरी का कार्य किया। वर्ष 2015 में उन्होंने शहर छोड़कर गांव लौटने का फैसला लिया और अपनी छोटी सी जमीन पर खीरा-ककड़ी की खेती शुरू की। शुरुआती सफलता ने उन्हें आगे बागवानी की ओर प्रेरित किया।
इसके बाद उन्होंने पहले केले की खेती की और फिर गांव के समीप कथरुआ सिवान में ढाई बीघा भूमि लीज पर लेकर एप्पल बेर की खेती शुरू की। परिवार के सहयोग से की गई इस मेहनत का सकारात्मक परिणाम यह रहा कि बीते वर्ष बेर की बिक्री से हुई आय से उन्होंने अपनी पुत्री का विवाह सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
मोहम्मद हसन ने बताया कि एप्पल बेर की फसल तैयार होने में लगभग एक वर्ष का समय लगता है। इस दौरान आय के लिए उन्होंने बेर के पौधों के बीच सब्जियों की खेती कर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त की। वर्तमान में दूसरी बार एप्पल बेर की फसल बिक्री के लिए तैयार है।
उन्होंने बताया कि एप्पल बेर का रंग और आकार सेब जैसा होता है, जिसे देखने के लिए संतकबीरनगर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, सुल्तानपुर, सिद्धार्थनगर सहित बस्ती जिले के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे हैं। बगिया में लटके एप्पल बेर किसी कश्मीरी सेब के बागान को टक्कर देते नजर आते हैं।
मोहम्मद हसन की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि यदि सही योजना, मेहनत और लगन से खेती की जाए, तो कम भूमि में भी अच्छी आमदनी कर आत्मनिर्भर बना जा सकता है।

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