लखनऊ। सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, जानकीपुरम में शुक्रवार को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई एवं समाजसेवी भाऊराव देवरस (मुरलीधर दत्तात्रेय देवरस) जी की जयंती अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। पूरे विद्यालय परिसर में देशभक्ति और नारी शक्ति के स्वर गूंज उठे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सुधा तिवारी ने की। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रानी लक्ष्मीबाई भारतीय नारी शक्ति की अपरिमित साहस और अदम्य आत्मसम्मान की प्रतीक हैं। उन्होंने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई ने कभी भी अन्याय के सामने सिर नहीं झुकाया और मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुईं। उनका संपूर्ण जीवन आज की बेटियों के लिए आदर्श और प्रेरणास्रोत है।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती शुभ्रा मल्होत्रा ने भाऊराव देवरस एवं रानी लक्ष्मीबाई दोनों के राष्ट्र निर्माण में योगदान का उल्लेख करते हुए छात्राओं को कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन शिक्षित और जागरूक युवा ही ला सकते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के भैया-बहनों ने एक जागरूकता रैली भी निकाली, जिसमें छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति के नारों और रंग-बिरंगी तख्तियों के माध्यम से जनता को प्रेरक संदेश दिए। रैली को देखने के लिए स्थानीय लोग भी सड़कों पर जमा हुए।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। विद्यालय परिवार ने वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और भाऊराव देवरस के आदर्शों को सदैव जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।

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