बस्ती। बहादुरपुर विकास खंड के नरायनपुर बढ़ईपुरवा गांव में 9 दिवसीय संगीतमयी श्रीराम कथा का आयोजन सम्पन्न हुआ। कथा व्यास आचार्य रामेश्वर नारायण ने श्रीराम के वनवास, रावण व विभीषण प्रसंग और राज्याभिषेक का भावपूर्ण वर्णन कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महात्मा जी ने कहा कि रावण केवल एक प्रवृत्ति है, जिसे समाप्त करने के लिए श्रीराम की शरण लेना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि श्रीराम शरणागत की रक्षा करते हैं और उनका मन पूर्णत: निर्मल है। साथ ही आदर्श शासन, न्याय और करुणा का संदेश भी साझा किया।
मुख्य यजमान रणजीत सिंह उर्फ पल्लू सिंह, लालजीत सिंह और सर्वजीत सिंह ने कथा व्यास का विधिवत पूजन अर्चन किया। संरक्षक आशीष सिंह, राना दिनेश प्रताप सिंह, कपिल देव सिंह, जिला प्रचारक शिवेन्द्र, राम प्रकाश सिंह परम हंस शुक्ला, महेश्वर सिंह, राम बदन, रत्नेश्वर सिंह, नरेन्द्र पाण्डेय और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कार्यक्रम में हवन, यज्ञ और भंडारे का आयोजन भी किया गया।


No comments:
Post a Comment