गोरखपुर। ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा किये जा रहे प्रयास अब बड़े परिणाम देने लगे हैं। गैर पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को प्राथमिकता देते हुए रेलवे प्रशासन ने विभिन्न स्टेशनों, कार्यालयों, चिकित्सालयों, प्रशिक्षण केंद्रों, कोचिंग कॉम्प्लेक्स, कारखानों, अतिथि एवं विश्राम गृहों, प्रेक्षागृहों और समपारों की छतों पर बड़े पैमाने पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाए हैं। वर्तमान में कुल 8,036 केडब्ल्यूपी क्षमता के ये सोलर पैनल पूर्वोत्तर रेलवे की ऊर्जा आवश्यकताओं का महत्वपूर्ण हिस्सा वहन कर रहे हैं।
वित्त वर्ष 2025-26 में अक्टूबर माह तक इन पैनलों से 38.20 लाख यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन हुआ, जिससे रेलवे को लगभग 1.41 करोड़ रुपये की बचत हुई है। लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडलों के साथ-साथ गोरखपुर मुख्यालय के स्टेशनों और सर्विस भवनों पर स्थापित सोलर क्षमता रेलवे की ऊर्जा दक्षता को निरंतर मजबूती प्रदान कर रही है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार शेष स्टेशनों पर भी सौर ऊर्जा प्रणाली लगाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। सोलर पावर के बढ़ते उपयोग से रेलवे न केवल अपने खर्चों में कटौती कर रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
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