गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे में 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर 2025 तक चल रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत 29 अक्टूबर को “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर रेलवे अधिकारी क्लब, गोरखपुर में सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाप्रबंधक उदय बोरवणकर रहे। सेमिनार का शुभारंभ सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर सतर्कता विभाग की वार्षिक पत्रिका “शुचि दर्पण” का विमोचन भी किया गया।
महाप्रबंधक बोरवणकर ने कहा कि सतर्कता केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली है। उन्होंने गीता के संदर्भ में कहा कि जब कर्तव्य और भावना में द्वंद हो, तो कर्तव्य पथ पर चलना ही नैतिकता है। उन्होंने रेलकर्मियों से ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा की शपथ को आत्मसात करने का आह्वान किया।
अपर महाप्रबंधक विनोद कुमार शुक्ल ने कहा कि हर कर्मचारी को स्वयं सतर्क रहकर कार्य करना चाहिए और अपनी टीम को भी जागरूक रखना चाहिए। वरिष्ठ उप महाप्रबंधक तुषार कान्त पांडेय ने सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि सतर्कता सप्ताह समाज में ईमानदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा देता है।
आमंत्रित वक्ता डॉ. अशोक जान्हवी प्रसाद ने कहा कि भ्रष्टाचार केवल आर्थिक नहीं, बल्कि नैतिक मुद्दा है। सेवानिवृत्त प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक राकेश त्रिपाठी ने नीतिशास्त्र को जीवन की दिशा बताने वाला विज्ञान बताया।
अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह व पुस्तक “डिफिकल्टी ऑफ बीइंग गुड” भेंट की गई। अपराह्न में रेलवे कर्मचारियों व उनके परिजनों के लिए ऑनलाइन ड्राइंग और क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई।

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