बस्ती। राहत आयुक्त कार्यालय, उत्तर प्रदेश से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में जनपद बस्ती में साँप काटने से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं प्रबंधन के लिए विशेष “स्नेक बाइट मिटिगेशन एवं प्रशिक्षण अभियान” की शुरुआत की गई। इस अभियान का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी सार्थक अग्रवाल एवं अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) प्रतिपाल चौहान ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने बताया कि वर्षा ऋतु एवं फसल कटाई के समय ग्रामीण क्षेत्रों में साँप काटने की घटनाएँ अधिक होती हैं। ऐसे में जनजागरूकता, प्राथमिक उपचार का ज्ञान एवं चिकित्सकीय प्रबंधन की सुदृढ़ व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। अभियान का उद्देश्य ग्रामीण जनता को यह सिखाना है कि साँप के काटने पर घबराने के बजाय सही प्राथमिक उपचार अपनाएँ और तुरंत चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों, एएनएम एवं अस्पताल स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे त्वरित एवं वैज्ञानिक तरीके से उपचार कर सकें।
इस प्रशिक्षण अभियान के तहत आपदा विशेषज्ञ रंजीत रंजन के नेतृत्व में 21 चिकित्सीय प्रशिक्षु प्रतिभागी राज्य स्तरीय अर्ध-चिकित्सकीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (Semi Clinical Training Program) में शामिल होंगे, जो 31 अक्टूबर 2025 को पंचायती राज निदेशालय प्रशिक्षण केंद्र, लोहिया भवन, लखनऊ में आयोजित होगा।
राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का उद्देश्य साँप काटने की पहचान, सही उपचार विधि, त्वरित प्राथमिक सहायता व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना, सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग एवं पंचायत प्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करना तथा अंधविश्वासों को दूर कर वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
मुख्य विकास अधिकारी श्री अग्रवाल ने कहा कि “यह अभियान केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके तहत जनजागरूकता रैलियाँ, विद्यालय कार्यक्रम एवं ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यशालाएँ भी आयोजित की जाएँगी।”
इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं प्रशिक्षकों ने संकल्प लिया कि सामूहिक प्रयासों से जनपद को “स्नेक बाइट मुक्त जिला” बनाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
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