बस्ती। समाजवादी चिंतक एवं पूर्व सांसद बृजभूषण तिवारी को उनके 84वें जन्मदिन पर सोमवार को याद किया गया। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने उनके संघर्ष और योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि वे रचनात्मक प्रतिरोध के आदर थे।
सपा जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि बृजभूषण तिवारी की राजनीति जनता के साथ शुरू होती थी। वे सत्ता या सुविधाओं के लिए कभी नहीं दौड़े। छात्र जीवन से ही वे डॉ. राममनोहर लोहिया के निकट थे, जिन्होंने उन्हें संबोधित एक पुस्तक लिखी थी, जिसमें युवा पीढ़ी की अपेक्षाओं को प्रमुखता से दर्शाया गया है। विधायक यादव ने कहा कि बृजभूषण तिवारी को राजनीति और आध्यात्म दोनों का गहन ज्ञान था और उनका पूरा जीवन समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने में समर्पित रहा। उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा।
पूर्व विधायक राजमणि पांडेय, विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, कविन्द्र चौधरी ‘अतुल’, दयाशंकर मिश्र, समीर चौधरी, मोहम्मद स्वाले, मोहम्मद सलीम, राकेश सिंह, आर.डी. निषाद, संजय गौतम, तूफानी यादव, जमील अहमद, मोहम्मद हारिश, सुनील यादव, अभिषेक यादव, मदन मोहन यादव, हरीश गौतम, राजेन्द्र चौरसिया सहित अन्य नेताओं ने कहा कि ‘गुरुजी’ के नाम से लोकप्रिय बृजभूषण तिवारी ने कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूत करने के गुर सिखाए। वे गहन अध्ययनकर्ता थे और रामायण, महाभारत, कुरान, बाइबिल आदि से उदाहरण देते हुए चाहे संसद में हो या कार्यकर्ताओं के बीच, उनके संबोधन प्रेरणादायक होते थे।
उन्होंने बताया कि वे विरले सांसद थे जो सहजता से पैदल चलते या रिक्शे पर बैठकर शहर भ्रमण करते थे, और किसी भी कार्यकर्ता से मिलना नहीं छोड़ते थे। सहजता और हर स्तर पर सहयोग करना उनका स्वभाव था। उन्होंने समाजवाद को नई दिशा दी। नियति ने उन्हें असमय हमसे छीन लिया, लेकिन उनका योगदान सदैव अमर रहेगा।
समारोह में समाजवादी पार्टी के बृजेश मिश्र, राजाराम यादव, डॉ. रामप्रकाश सुमन, रिन्टू यादव, जगदीश यादव, अरविंद सोनकर, युनूस आलम, श्याम यादव, घनश्याम यादव, मधुवन यादव, मोहम्मद अहमद सज्जू, भोला पांडेय, वैजनाथ शर्मा, जयराज यादव, फूलचंद चौधरी, रामभवन यादव, गौरीशंकर यादव, रितिक कुमार, चीनी चौधरी, जितेन्द्र यादव, उदयराज विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।

No comments:
Post a Comment