बस्ती। जिले भर में संचालित हो रहे होटल और ढाबों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। साफ-सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है और कहीं-कहीं तो गंदगी का अंबार देखने को मिलता है। खाने में स्वच्छता की भारी कमी पाई जा रही है, जिससे आम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है।स्थानीय लोगों की मानें तो अधिकतर ढाबों और होटलों में न तो रसोई की सफाई होती है और न ही बर्तनों को ढंग से धोया जाता है। कई जगहों पर खुले में रखा हुआ खाना, गंदे पानी से बनी चाय, और बदबूदार रसोई आम बात हो गई है। कानून का पालन नहीं, विभाग मौन
खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत होटल और ढाबों में साफ-सफाई, स्वच्छ पानी, और गुणवत्तापूर्ण भोजन देना अनिवार्य है। लेकिन बस्ती जिले में यह नियम केवल कागजों तक ही सीमित हैं। खाद्य विभाग द्वारा समय-समय पर निरीक्षण न किए जाने से होटल संचालक बेलगाम हो गए हैं।स्थानीय निवासियों की मांग स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन और खाद्य विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द पूरे जिले में होटल और ढाबों की जांच कराई जाए और जो भी मानक का उल्लंघन करता पाया जाए, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। निष्कर्ष बस्ती जिले में खाने-पीने की चीज़ों की गुणवत्ता और सफाई को लेकर गंभीर कदम उठाने की ज़रूरत है। वरना यह गंदगी लोगों की सेहत पर भारी पड़ सकती है।
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