बस्ती। भारतीय जनता पार्टी द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में बुधवार को भाजपा कार्यालय पर आपातकाल पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश महामंत्री, गोरखपुर क्षेत्र प्रभारी एवं विधान परिषद सदस्य गोविन्द नारायण शुक्ल ने फीता काटकर किया।
प्रदर्शनी में 1975 के दौरान प्रकाशित अखबारों की छायाप्रतियाँ, तत्कालीन जन नेताओं के भाषण तथा देश की तत्कालीन राजनीतिक परिस्थितियों से जुड़ी घटनाओं को दर्शाया गया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अशोक सिंह, जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र और दयाराम चौधरी ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
उद्घाटन के पश्चात अपने संबोधन में गोविन्द नारायण शुक्ल ने कहा, "आपातकाल किसी युद्ध या आंतरिक विद्रोह के कारण नहीं, बल्कि सत्ता बचाने के लिए थोपा गया था। तत्कालीन इंदिरा सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक संस्थाओं की घोर अवहेलना की थी। लोकतंत्र की हत्या को आज 50 वर्ष हो चुके हैं। मुझे उन लोगों पर हंसी और गुस्सा दोनों आता है जो आज भी लोकतंत्र को जेब में रखकर दूसरों को इसकी रक्षा का उपदेश देते हैं।"
भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र ने कहा, "इंदिरा गांधी ने संविधान की शपथ लेकर भी लोकतंत्र को तानाशाही में बदल दिया था। उन्होंने कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका को अपने अधीन कर लिया था।"
इस अवसर पर अरविन्द सिंह, भानु प्रकाश मिश्र, मनोज ठाकुर, अखण्ड प्रताप सिंह, जटाशंकर शुक्ल, अमृत कुमार वर्मा, नीरज पाण्डेय, अभिनव उपाध्याय, राजकुमार शुक्ल, गौरव अग्रवाल, गौरव मणि त्रिपाठी, दीपक सोनी, अमित शुक्ल, अमित त्रिपाठी, गोकुल प्रसाद, मनीष चौबे, आदित्य शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक, पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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