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Friday, September 20, 2019

शिक्षक समाज का शिल्पकार व मार्गदर्शक-मिथिलेश -राष्ट्र व समाज निर्माण में शिक्षक की भूमिका विषय पर गोष्ठी सम्पन्न -शिक्षक समाज में हमेशा ही पूज्यनीय होता है-प्रो.नवनीत

बस्ती। गुरुवार को प्रेस क्लब में गंगा समग्र गोरक्ष प्रान्त के तहत “राष्ट्र व समाज निर्माण में शिक्षक की भूमिका“ विषय पर प्रबुद्ध विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी व संचालन कार्यक्रम संयोजक संजय द्विवेदी ने किया।
             गंगा समग्र के केंद्रीय संगठन सचिव व मुख्यवक्ता मिथिलेश नारायण ने कहा कि शिक्षक समाज का शिल्पकार व मार्गदर्शक है। समाज में उच्च आदर्श स्थापित करने वाला व्यक्तित्व होता है। किसी भी देश या समाज के निर्माण में शिक्षा की अहम् भूमिका होती है। कहा जाए तो शिक्षक ही समाज का  आईना होता। हिन्दू धर्म में शिक्षक के लिए कहा गया है कि 'आचार्य देवो भवः' यानी कि शिक्षक या  आचार्य ईश्वर के समान होता है। यह दर्जा एक शिक्षक को उसके द्वारा समाज में दिए गए  योगदानों के बदले स्वरूप दिया जाता है।
           बस्ती मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो.नवनीत कुमार चौहान ने कहा कि  शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूज्यनीय रहा है। कोई उसे 'गुरु' कहता है, कोई  'शिक्षक' कहता है, कोई 'आचार्य' कहता है, तो कोई 'अध्यापक' या 'टीचर' कहता है। ये सभी  शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और  जिसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करना है।
            संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी ने कहा कि सही मायनों में कहा जाए तो एक शिक्षक ही अपने विद्यार्थी का जीवन गढ़ता है और  शिक्षक ही समाज की आधारशिला है। एक शिक्षक अपने जीवन के अंत तक मार्गदर्शक की  भूमिका अदा करता है और समाज को राह दिखाता रहता है, तभी शिक्षक को समाज में  उच्च दर्जा दिया जाता है। माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं। उनका स्थान कोई नहीं ले सकता, उनका कर्ज हम किसी  भी रूप में नहीं उतार सकते, लेकिन एक शिक्षक ही है जिसे हमारी भारतीय संस्कृति में  माता-पिता के बराबर दर्जा दिया जाता है, क्योंकि शिक्षक ही हमें समाज में रहने योग्य  बनाता है।
              इस अवसर पर आयोजक संजय द्विवेदी ने गंगा समग्र के केंद्रीय सचिव मिथिलेश नारायण, प्राचार्य प्रो.नवनीत कुमार चौहान, संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी व मेडिकल कालेज शिक्षक डा. अनिल यादव को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया। स्काउट-गाइड के प्रशिक्षक कुलदीप सिंह को सम्मानित किया गया। इसके पूर्व अतिथियों ने दिप प्रज्वलित कर मां सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण किया, और ज्योतिषाचार्य प.आत्माराम ने मंगलचारन प्रस्तुत किया। संयोजक संजय द्विवेदी ने आगन्तुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
         गोष्ठी को राजेन्द्र नाथ तिवारी, डा. अनिल यादव,योगेश शुक्ला, राम नरेश सिंह मंजुल, डा.नागर दास मिश्र, डा. के.पी. मिश्रा, घनश्याम श्रीवास्तव, राम कृष्ण लाल जगमग, आज्ञाराम चौधरी, हरेंद्र सिंह, अनूप खरे, आत्माराम, कैलाश नाथ दुबे, जे.पी. तिवारी,  सहित अन्य ने भी सम्बोधित किया। 
           इस दौरान रवि शंकर, नागेंद्र सिंह, मनीष श्रीवास्तव, भारत भाटिया, रविंद्र गौतम, जितेंद्र शाही, नंद किशोर साहू, श्याम लाल पंसारी, डा. नवीन सिंह, राजेश मिश्रा, जान पांडेय, विमल पांडेय, विकास मिश्रा, सन्तोष सिंह, प्रदीप जायसवाल, सिद्धार्थ मिश्रा, महेश राम, गोपेश पाल, अजय पल, विपिन पांडेय, सहित अन्य उपस्थित रहे।


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