बस्ती। विद्या भारती गोरक्ष प्रांत के सरस्वती बालिका विद्या मंदिर द्वारा आयोजित सप्तशक्ति संगम का द्वितीय भव्य कार्यक्रम गुरुवार को विद्या मंदिर रामबाग, बस्ती में उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में लगभग 250 मातृशक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की।
मुख्य अतिथि के रूप में सप्तशक्ति संगम की अखिल भारतीय संयोजिका सुश्री रेखा चूड़ा समा, विशिष्ट अतिथि गोरक्ष प्रांत संयोजिका श्रीमती रश्मि श्रीवास्तव तथा अध्यक्ष के रूप में श्रीमती पद्मजा उपाध्याय उपस्थित रहीं। उनके साथ सप्तशक्ति जिला संयोजिका श्रीमती प्रियंका सिंह भी मंचासीन रहीं। दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। स्वागत-सत्कार के उपरांत विद्यालय की छात्राओं ने सप्तशक्ति संगम का समूह-गीत प्रस्तुत किया, जिसने श्रोताओं को प्रेरणादायी संदेश से भाव-विभोर कर दिया।
मुख्य अतिथि सुश्री रेखा चूड़ा समा ने “कुटुंब प्रबोधन के प्रति भारतीय दृष्टि” विषय पर सारगर्भित व्याख्यान देते हुए मातृशक्ति की भूमिका को समाज निर्माण का आधार बताया। इसके बाद मातृशक्तियों के मध्य प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, अहिल्याबाई होल्कर, माता जीजाबाई, करनाल सोफिया कुरैशी तथा हरमनप्रीत कौर के रूप में प्रस्तुत प्रेरक मंचन प्रमुख आकर्षण रहे। इन प्रस्तुतियों को उपस्थित मातृशक्तियों से भरपूर प्रशंसा मिली।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती रश्मि श्रीवास्तव ने “वर्तमान परिदृश्य में महिलाओं के योगदान” विषय पर प्रभावी उद्बोधन दिया। तत्पश्चात आयोजित मातृशक्ति सम्मान समारोह में विभिन्न श्रेणियों में सेवा, साधना और संस्कारों से उत्कृष्ट योगदान देने वाली मातृशक्तियों को सम्मानित किया गया।
अध्यक्षीय संबोधन में श्रीमती पद्मजा उपाध्याय ने महिलाओं की आंतरिक शक्ति को रेखांकित किया। अंत में डॉ. कमलेश पांडे द्वारा मातृशक्तियों से प्रेरक प्रतिज्ञा कराई गई और कार्यक्रम का समापन आभार ज्ञापन के साथ हुआ।

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