गोरखपुर। भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर 08 दिसंबर 2025 को रेलवे प्रक्षागृह में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक विनोद कुमार शुक्ल, प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, एससी/एसटी एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चू लाल, महामंत्री राम प्रकाश सहित बड़ी संख्या में रेलकर्मी उपस्थित रहे। सभी ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे कला समिति के कलाकारों ने भजन प्रस्तुत कर वातावरण को भावपूर्ण बनाया।
अपर महाप्रबंधक विनोद कुमार शुक्ल ने कहा कि बाबा साहब का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू छावनी (मध्य प्रदेश) में हुआ था। उन्होंने सामाजिक उत्थान, विशेषकर दलितों, वंचितों, गरीबों और महिलाओं के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया। उनका ‘शिक्षित बनो, संगठित हो और संघर्ष करो’ का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज का अर्थ सिर्फ डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि जागरूक और विचारशील नागरिक बनना है, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सके। बाबा साहब को संविधान का निर्माता कहा जाता है और शिक्षा के प्रति उनका समर्पण उनके व्यक्तित्व को बहुआयामी बनाता है।
प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि जातिगत भेदभाव और उपेक्षा झेलने के बावजूद बाबा साहब सामाजिक क्रांति के अग्रदूत बने। अछूतों के सम्मान और अधिकारों के लिए उनका संघर्ष अविस्मरणीय है। वे संविधान ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष रहे और स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री भी बने। एससी/एसटी एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चू लाल ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से अछूतों को अधिकार दिलाए। महामंत्री राम प्रकाश ने शिक्षा को समाज परिवर्तन का मूल बताया।
कार्यक्रम का स्वागत प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी मनोज कुमार ने किया, धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी गोपाल प्रसाद गुप्त ने और संचालन श्रीमती रचना श्रीवास्तव ने किया।

No comments:
Post a Comment