बस्ती। उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अजय आर्य के नेतृत्व में संघ पदाधिकारियों व सफाई कर्मियों के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर विभिन्न कार्यालयों एवं विकास खण्डों में तैनात सफाई कर्मचारियों के उत्पीड़न को रोकने की मांग की।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि कलेक्ट्रेट में बीते 11 वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मचारी कुदरत अली 18 दिसंबर को जाम के कारण कुछ देर से कार्यालय पहुंचे थे। उपस्थिति दर्ज कराने के दौरान नाजिर सदर जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने उनके साथ जातिगत व धार्मिक टिप्पणी करते हुए गाली-गलौज की तथा मारपीट की। इस घटना में कुदरत अली का चश्मा टूट गया।
संघ जिलाध्यक्ष अजय आर्य ने नाजिर सदर पर आपराधिक प्रवृत्ति का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके विरुद्ध पूर्व में भी गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने सफाई कर्मचारी को धमकी देने का भी आरोप लगाया। संघ ने नाजिर सदर को निलंबित कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इसके अलावा गौर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कछिया में तैनात सफाईकर्मी राम सुमेर गौतम, विजय कुमार, अखिलेश कुमार यादव व गायत्री देवी के साथ गांव निवासी सोनू सिंह द्वारा मारपीट व जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाया गया है। पीड़ित सफाई कर्मियों को जान से मारने की धमकी दिए जाने की बात भी कही गई है।
ज्ञापन सौंपे जाने के बाद जिलाध्यक्ष अजय आर्य ने बताया कि जिलाधिकारी ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि न्याय नहीं मिला तो संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
इस अवसर पर जिला संगठन मंत्री राम कृपाल चौधरी, लेखा सम्प्रेक्षक अमित चक्रवर्ती सहित बड़ी संख्या में संघ पदाधिकारी व सफाईकर्मी मौजूद रहे।

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