गोरखपुर। लखनऊ के कारोबारी से दो करोड़ रुपये लेकर नकली दस्तावेजों के आधार पर मकान बेचने का झांसा देने और रुपये मांगने पर बंदूक तानकर धमकाने का मामला सामने आया है। कैंट थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर दिल्ली में रहने वाले भरत भारद्वाज, उसके पिता संतोष शर्मा व उनके तीन चार अज्ञात साथियों पर मुकदमा दर्ज किया है।
लखनऊ के गोमतीनगर,पटेलपुरम में रहने वाले हिरण्यगर्भ द्विवेदी ने कैंट पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि वह हाइसेन मार्केटिंग लिमिटेड कंपनी के निदेशक हैं।वर्ष 2020 में कंपनी विस्तार के दौरान वह नया कार्यालय खोलने के लिए जमीन तलाश रहे थे।इसी दौरान दिल्ली के भरत भारद्वाज ने उन्हें गोमतीनगर के वी-6/42, विनीत खंड स्थित दो मंजिला मकान को दो करोड़ रुपये में बेचने का प्रस्ताव दिया।
उसने दावा किया कि मकान उसके पिता संतोष शर्मा ने एनसीएलटी से नीलामी में खरीदा है और पूरे दस्तावेज़ भी दिखाए।द्विवेदी ने भरोसा कर 1.38 लाख रुपये आरटीजीएस, 20 लाख रुपये नोएडा स्थित दीवान एंड संस के माध्यम से, पांच लाख नकद तथा अन्य किश्तों में 36.89 लाख रुपये देकर कुल दो करोड़ रुपये भरत को दे दिए।
समय बीतने के बाद भी बैनामा न होने पर द्विवेदी को शक हुआ और जब उन्होंने स्वतंत्र रूप से जांच कराई तो पता चला कि मकान किसी अन्य व्यक्ति के नाम दर्ज है, न कि आरोपियों के। सच्चाई जानने के बाद वह 17 सितंबर 2025 को गोरखपुर के रेलवे स्टेशन के पास स्थित मधु टूरिज्म आफिस पहुंचे, जहां भरत, उसके पिता और तीन-चार युवक पहले से मौजूद थे।
बात करते समय अचानक आरोपियों ने उनकी कनपट्टी पर बंदूक सटा दी और कहा कि रुपये भूल जाओ नहीं तो हत्या हो जाएगी। कैंट पुलिस ने भरत भारद्वाज, उसके पिता संतोष शर्मा और उनके साथियों के खिलाफ ठगी, धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज़ों का उपयोग, साजिश और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
.jpg)
No comments:
Post a Comment