बस्ती। सनातन धर्म संस्था द्वारा छठवें वर्ष आयोजित श्रीरामलीला महोत्सव के दूसरे दिन इंडियन पब्लिक स्कूल व सेंट फ्रांसिस स्कूल के बाल कलाकारों ने श्रीरामचरित की अद्भुत लीलाओं का मंचन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंचन की शुरुआत श्रीराम-लक्ष्मण आरती और राम स्तुति से हुई। बाल कलाकारों ने मुनि विश्वामित्र के आगमन, ताड़का वध, सुबाहु वध, अहिल्या उद्धार और गंगावतरण जैसे प्रसंगों का जीवंत चित्रण किया। क्षेत्राधिकारी बस्ती सदर सत्येन्द्र भूषण तिवारी ने श्रीराम के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामलीला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि मूल्यपरक जीवन की प्रेरणा देती है।
इसके बाद सेंट फ्रांसिस स्कूल के बच्चों ने जनकपुर नगर भ्रमण और फुलवारी की मोहक लीला प्रस्तुत की, जिसमें सीता-राम के प्रथम दर्शन का भावपूर्ण दृश्य देख दर्शक भावविभोर हो उठे। इस दौरान जय श्रीराम के जयघोष से पूरा पंडाल गूंज उठा। बीच के कालखंड में एस.पी. चिल्ड्रन्स एकेडमी के बच्चों ने श्रीकृष्ण-अर्जुन संवाद के माध्यम से आत्मा और शरीर के ज्ञान का संदेश दिया। नन्हीं कवयित्री आहुति शुक्ला ने अपनी कविता “यदि राम समझ आएं तो…” से सभी को रामत्व अपनाने का संदेश दिया, जिनका संस्था ने सम्मान किया। कार्यक्रम में अनेक शिक्षकों, नागरिकों और श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आयोजन की भव्यता बढ़ाई।

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