बस्ती। वरिष्ठ नागरिक राम दत्त जोशी (91) द्वारा रचित काव्य संग्रह ‘मन की बात’ का लोकार्पण कलेक्ट्रेट परिसर स्थित वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के शिविर कार्यालय में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के महामंत्री एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा ने की, जबकि मजिस्ट्रेट महेश चन्द्र शर्मा ने काव्य संग्रह का विमोचन किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ‘मन की बात’ में कवि ने अपने जीवन के अनुभवों, एकाकीपन, त्रासदी, बदलते सामाजिक मूल्य और दरकते संबंधों को स्वर दिया है। यह रचनाएँ पाठकों के हृदय को झकझोर देती हैं।
मजिस्ट्रेट महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि ‘जीवन की शाम भी बड़ी अजीब होती है, इंसा तन्हा होते हैं, जब मौत करीब होती है’ जैसी पंक्तियाँ गहन चिंतन के लिए प्रेरित करती हैं। पं. चन्द्रबली मिश्र और विनय शुक्ल ने कहा कि इस काव्य संग्रह में जीवन का सच्चा रस और अनुभवों की सजीवता झलकती है।
कवि राम दत्त जोशी ने कहा कि उन्होंने संसार को जैसे जिया, वैसा ही शब्दों में उतार दिया। इस संग्रह में भविष्य के प्रति आशा और जीवन की मृगतृष्णा दोनों के भाव समाहित हैं।
कार्यक्रम में कृष्ण चन्द्र पाण्डेय, दीनानाथ यादव, हरिशंकर उपाध्याय, पेशकार मिश्र, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, ओम प्रकाश धर द्विवेदी, अरविन्द कुमार चौरसिया, गिरीश चन्द्र मिश्र, रंगीलाल यादव एवं गणेशदत्त शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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