लखनऊ। केन्द्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), लखनऊ द्वारा डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित “विकसित भारत का अमृत काल: सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल” विषयक पाँच दिवसीय मल्टीमीडिया प्रदर्शनी एवं जागरूकता कार्यक्रम का आज सफल समापन हुआ। अंतिम दिवस “सभी के लिए सुलभ व सस्ती स्वास्थ्य सेवा” को समर्पित रहा।
मुख्य अतिथि प्रो. हिमांशु शेखर झा, राज्य आयुक्त (दिव्यांगजन), ने दिव्यांगजनों हेतु सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। डॉ. सूर्य कांत, विभागाध्यक्ष, श्वसन रोग, केजीएमयू ने वायु प्रदूषण, टीबी उन्मूलन और “वायुमित्र अभियान” पर प्रकाश डाला। डॉ. ज्ञान चंद, पीजीआई, ने “आयुष्मान भारत” व “जन औषधि योजना” को गरीबों के लिए वरदान बताया।
डॉ. अमित कुमार राय ने कहा कि “जागरूकता ही स्वास्थ्य सुरक्षा की कुंजी है,” जबकि डॉ. सतीश कुमार ने स्वच्छता और स्वास्थ्य के गहरे संबंध को रेखांकित किया। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने कार्यक्रम को विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी बताते हुए सीबीसी का आभार व्यक्त किया।
पाँच दिवसीय आयोजन में “ऑपरेशन सिंदूर”, “चंद्रयान”, “नारी शक्ति” और “अमृत पीढ़ी” जैसे विषयों पर आधारित 80 से अधिक पैनलों की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण रही। समापन अवसर पर प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
सीबीसी निदेशक मनोज कुमार वर्मा ने सभी अतिथियों, विश्वविद्यालय प्रशासन और मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र विश्वकर्मा “हरिहर” ने किया।
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