जगतसिंहपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ऐलान किया कि कृषि हितों को लेकर भारत समझौते के मूड में नहीं है। अन्नदाताओं के समर्थन में दिए गए आश्वासन से ओडिशा के जगतसिंहपुर के किसान गदगद हैं। वे एक सुर में किसानों के हित में चलाई जा रही केंद्रीय योजनाओं की तारीफ कर रहे हैं।
दरअसल, पीएम मोदी ने नई दिल्ली में आयोजित एमएस स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में किसानों के हित की बात कही थी। मंच से उन्होंने कहा कि सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरे भाइयों-बहनों के हितों के साथ कभी समझौता नहीं करेगा।
इसी बयान का स्वागत करते हुए, जगतसिंहपुर के तटीय क्षेत्र सिपही के किसान देबदत्त मोहंती ने आईएएनएस से कहा, प्रधानमंत्री ने हमेशा किसानों के हित में सराहनीय कदम उठाए हैं। उन्होंने किसानों को सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली पीएम-किसान योजना जैसी पहलों की सराहना की और कहा कि किसानों के कल्याण पर प्रधानमंत्री का लगातार ध्यान वास्तव में प्रशंसनीय है।
मोहंती ने कहा, किसी भी परिस्थिति में किसानों के हितों की रक्षा का आश्वासन सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। चाहे कितनी भी चुनौतियां क्यों न आएं, किसानों की चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री अपने निरंतर प्रयासों के लिए प्रशंसा के पात्र हैं।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया टैरिफ बढ़ोतरी के बीच प्रधानमंत्री का भारतीय किसानों को लेकर दिया बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं, जिसमें उन्होंने साफ संकेत दिया कि भारत अपने किसानों के हितों से समझौता नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के हितों में बाधा डालने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा था, वे जानते हैं कि व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं। मेरे देश के किसानों के लिए, मेरे देश के मछुआरों के लिए, मेरे देश के पशुपालकों के लिए भारत तैयार है। किसानों की आय बढ़ाने, खेती पर खर्च कम करने, आय के नए स्रोत बनाने के लक्ष्यों पर हम लगातार काम कर रहे हैं।
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