मुंबई। श्री कृष्ण की लीलाओं ने भक्तों के दिलों को मोहा है। कृष्ण भारतीय संस्कृति और भक्ति का अभिन्न हिस्सा हैं। भारतीय सिनेमा भी भगवान कृष्ण की महिमा से अछूता नहीं रहा है। भारतीय सिनेमा में भी गीतों के माध्यम से श्रीकृष्ण को केंद्रीय भूमिका में रखते हुए कई गीत याद आ जाते हैं। ‘यशोमति मइया से पूछे नंदलाला’ से लेकर आज के दौर के भक्ति-भजनों तक, बॉलीवुड ने कृष्ण की भक्ति, प्रेम और शरारतों को संगीतमय अंदाज में पेश किया है। इन गीतों में उनकी लीलाएं और भक्ति भाव का गहरा संगम देखने को मिलता है।
चाहे वह राधा-कृष्ण का प्रेम हो, माखन चोरी की शरारतें हों या गीता का उपदेश, हर गीत कृष्ण की अनूठी छवि को उभारता है। श्री कृष्ण पर बने कुछ यादगार फिल्मी गीतों की यात्रा पर एक नजर डालते हैं।
बड़ा नटखट है, ये कृष्ण कन्हैया: यह गाना फिल्म अमर प्रेम का है। इस गीत को स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने सुरों से सजाया है। वहीं, इसके बोल आनंद बक्शी ने लिखे हैं। यह भजन बाल कृष्ण की शरारतों को दर्शाता है, जब वह अपनी मां यशोदा और वृंदावन के लोगों को अपनी लीलाओं से सताया करते थे और उन्हें प्यार भी करते थे।
यशोमती मैया से बोले नंदलाला : सत्यम शिवम सुंदरम फिल्म का यह गाना मां यशोदा और श्रीकृष्ण के प्यार भरे रिश्ते पर आधारित है। इसे लता मंगेशकर और मन्ना डे ने अपने सुरों से पिरोया है और संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने दिया है। वहीं इसके बोल पंडित नरेंद्र शर्मा ने लिखे हैं। इसमें दिखाया गया है कि कैसे कृष्ण भगवान अपने रंग के बारे में माता यशोदा से पूछते हैं।
श्याम तेरी बंसी पुकारे : यह गाना फिल्म गीत गाता चल का है। इसे आरती मुखर्जी और जसपाल सिंह ने गाया है। वहीं, इसके लिरिक्स रविंद्र जैन ने लिखे हैं।
यशोदा का नंदलाला: यह गाना भी यशोदा और श्रीकृष्ण के प्यार भरे रिश्ते को दर्शाता है। यह गाना फिल्म संजोग का है; इसे गायिका लता मंगेशकर ने गाया है।
वो किसना है : फिल्म किसना के गाने में श्रीकृष्ण और राधा रानी की लीलाओं का वर्णन किया गया है। गाने को सुखविंदर सिंह, एस. शैलजा और आयशा दरबार ने गाया है और इसके बोल जावेद अख्तर ने लिखे हैं।
मोहे पनघट पे : आइकॉनिक फिल्म मुगल-ए-आजम के इस गाने को मधुबाला ने अपने डांस के साथ बड़ी खूबसूरती से दर्शाया है। गाने को लता मंगेशकर ने गाया है और इसका डायरेक्शन नौशाद ने किया है। गाने में दिलीप कुमार, मधुबाला, मुराद, निगार सुल्तान, अजीत, दुर्गा खोटे, और पृथ्वीराज चौहान हैं।
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