बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल के निर्देशन में चल रहे पांच दिवसीय एकीकृत प्रशिक्षण के दूसरे दिन का प्रशिक्षण सोमवार को सम्पन्न हुआ। दूसरे दिन के प्रशिक्षण में विशेष तौर पर भाषा शिक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डायट प्रवक्ता वंदना चौधरी ने बताया कि शिक्षा को बच्चों के बीच सुलह तरीके से उसी भाषा में परोसने का काम करें जिस भाषा में बच्चे उसे आसानी पूर्वक समझ सकते हों। इस अवसर पर बच्चों के धारा प्रवाह पठन की आवश्यकता की भी जानकारी दी गई। प्रवक्ता मो. इमरान ने बताया कि कक्षा 1 से 3 तक के बच्चे को अधिक से अधिक मनोरंजक एवं खेल-खेल में शिक्षा दें ताकि बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो एवं विद्यालयों में उसका ठहराव सुनिश्चित हो सके। प्रवक्ता अलीउद्दीन ने बताया कि नैतिक शिक्षा और मूल्य-बोध का उद्देश्य छात्रों को सही और गलत में अंतर करना सिखाना, नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में शामिल करना और एक जिम्मेदार और नैतिक नागरिक बनना है। इसके माध्यम से छात्रों में ईमानदारी, सहानुभूति, न्याय, और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे गुण विकसित होते हैं। प्रशिक्षण के प्रभारी प्रवक्ता डॉ रविनाथ त्रिपाठी ने बताया कि इस प्रशिक्षण की सार्थकता तभी है जब हम प्रशिक्षण में सीखी गई विधाओं को अपनी कक्षा में लागू करें। इसलिए आप सभी लोग प्रशिक्षण पूरे मनोयोग से करें ताकि प्रशिक्षण में सीखी गई चीजें कक्षाओं तक पहुंच सकें।
इस अवसर पर डॉ गोविन्द प्रसाद, वर्षा पटेल, कुलदीप चौधरी, राममूर्ति, अजीत सिंह, भागीरथी, राजरतन, अखिलेश, उमेश चंद्र, मो. सलाम, गुलाम अशरफ, रवीन्द्र साहू, श्रेया पाण्डेय, संजय कुमार, तिलकराम, उपेंद्र तिवारी, विजय वर्मा, अरुण द्विवेदी, राघवेंद्र, आशीष, मस्तराम, प्रवीण, विकास पाण्डेय, सूर्यकांत, विपिन शुक्ल, अवनीश, सूर्यप्रकाश, अशोक वर्मा, शाहिदा खातून, अनुराधा, रामबोध उपाध्याय, राकेश सिंह, वंश गोपाल तिवारी, राजन सिंह, चंद्रमणि, प्रमोद ओझा, मनीष पाण्डेय, गोपाल दूबे, हरी जी, लवकुश त्रिपाठी, उमाशंकर बौद्ध ,यशवन्त सिंह, भीमशंकर, मंगला मौर्य, मो.सलाम, उपेन्द्र त्रिपाठी, पवन वर्मा, गुलाम अशरफ, प्रेमचंद आदि अध्यापक उपस्थित रहे।
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