अयोध्या। पावन नगरी अयोध्या के प्रतिष्ठित जानकी निवास मंदिर, प्रमोदवन में आज एक आध्यात्मिक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला। मंदिर के महंत पद की बागडोर अब महंत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री मदन मोहन दास महाराज जी को सौंपी गई है। इस शुभ अवसर पर पूरे परिसर में भक्तों का उत्साह और श्रद्धा देखने लायक थी।
इस मंदिर प्रबंधन समिति और विभिन्न अखाड़ों के संतों-महंतों की उपस्थिति में एक विधिवत धार्मिक समारोह के माध्यम से यह दायित्व सौंपा गया। श्री मदन मोहन दास महाराज जी लंबे समय से मंदिर की सेवा में सक्रिय रहे हैं और संत समाज में अपनी विद्वता, तपस्या और सेवा भावना के लिए विशेष रूप से सम्मानित हैं। इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर जी ने कहा, "यह मेरे लिए केवल एक पद नहीं, बल्कि जन-जन की सेवा और धर्म के प्रचार-प्रसार का माध्यम है। मैं प्रयास करूंगा कि जानकी निवास मंदिर की गरिमा और सेवा परंपरा को आगे बढ़ा सकूं।" कार्यक्रम में अयोध्या के अनेक प्रमुख संत, धर्माचार्य, भक्तगण, और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया था और विशेष भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण का आयोजन भी किया गया। इस नियुक्ति को जानकी निवास मंदिर के लिए एक नई दिशा और ऊर्जा के रूप में देखा जा रहा है। इस दौरान मंदिर में विराट भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें हजारों साधु संत भक्त गण आदि शामिल रहे। सभी को अंग वस्त्र देकर स्वागत किया गया।
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