बस्ती। जिले में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रुधौली क्षेत्र में मिले शव की गुत्थी अभी सुलझ भी नहीं पाई थी कि अब वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के केऊआ जप्ती स्थित एक भट्ठे के पास एक और अज्ञात लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया, लेकिन शव काफी सड़-गल चुका है जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि हत्या कहीं और कर शव को यहां ठिकाने लगाया गया है। घटनास्थल पर टायरों के निशान और आसपास ठेले के पहियों के चिह्न यह संकेत दे रहे हैं कि शव को किसी वाहन या ठेले से लाया गया होगा। शव की स्थिति से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह पुरानी लाश है, जिससे अपराधियों ने पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की है। लगातार मिल रहे शवों से जिला बना दहशतगर्दी का केंद्र बस्ती जिले में लगातार गुमनाम शवों के मिलने का सिलसिला जारी है, जिससे आम जनमानस में भय का माहौल व्याप्त है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। जिले में सिलसिलेवार शवों की बरामदगी से पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।पुलिस की परेशानी और चुनौती पुलिस सूत्रों के अनुसार, लाश की स्थिति बहुत खराब है, जिससे पहचान करना लगभग असंभव हो रहा है। फॉरेंसिक टीम को बुलाकर नमूनों की जांच कराई जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आसपास के क्षेत्रों में गुमशुदगी की रिपोर्टों से मिलान कराया जा रहा है। जिले में बढ़ते आपराधिक मामलों पर कब लगेगा अंकुश? जिले में इस तरह से लगातार लाशों का मिलना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है बल्कि पुलिस प्रशासन की सतर्कता पर भी सवाल उठाता है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेकर अपराधियों को कब तक गिरफ्त में लेती है।
बस्ती। जिले में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रुधौली क्षेत्र में मिले शव की गुत्थी अभी सुलझ भी नहीं पाई थी कि अब वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के केऊआ जप्ती स्थित एक भट्ठे के पास एक और अज्ञात लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया, लेकिन शव काफी सड़-गल चुका है जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि हत्या कहीं और कर शव को यहां ठिकाने लगाया गया है। घटनास्थल पर टायरों के निशान और आसपास ठेले के पहियों के चिह्न यह संकेत दे रहे हैं कि शव को किसी वाहन या ठेले से लाया गया होगा। शव की स्थिति से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह पुरानी लाश है, जिससे अपराधियों ने पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की है। लगातार मिल रहे शवों से जिला बना दहशतगर्दी का केंद्र बस्ती जिले में लगातार गुमनाम शवों के मिलने का सिलसिला जारी है, जिससे आम जनमानस में भय का माहौल व्याप्त है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। जिले में सिलसिलेवार शवों की बरामदगी से पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।पुलिस की परेशानी और चुनौती पुलिस सूत्रों के अनुसार, लाश की स्थिति बहुत खराब है, जिससे पहचान करना लगभग असंभव हो रहा है। फॉरेंसिक टीम को बुलाकर नमूनों की जांच कराई जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आसपास के क्षेत्रों में गुमशुदगी की रिपोर्टों से मिलान कराया जा रहा है। जिले में बढ़ते आपराधिक मामलों पर कब लगेगा अंकुश? जिले में इस तरह से लगातार लाशों का मिलना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है बल्कि पुलिस प्रशासन की सतर्कता पर भी सवाल उठाता है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेकर अपराधियों को कब तक गिरफ्त में लेती है।
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