महादेवा (बस्ती)। विकासखण्ड कुदरहा के ग्राम पंचायत मंझरिया के ग्रामीणों ने क्षेत्रीय लेखपाल पर कार्यों के बदले धन उगाही का आरोप लगाया है, ग्रामीणों ने इस बाबत लेखपाल को पद से हटाए जाने व उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणो ने एसडीएम को ज्ञापन सौपते हुए कहा कि उक्त लेखपाल द्वारा मंझरिया ग्राम सभा के लेखपाल बजरंग बहादुर गाँव मे आकर राजनीति करते है। अंत्येष्टिस्थल का पूर्व में लेखपाल द्वारा पैमाइश कर भूमि प्रबंधक समिति द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया था। भूमि प्रबन्धक द्वारा पारित प्रस्ताव की जमीन को हटाकर लेखपाल ने , बगल दूसरी जमीन मनमानी तरीके से चिन्हित कर दिया । जबकि पूर्व में प्रस्तवित जमीन पर अंत्येष्टिस्थल बनवाने के लिए शासन द्वारा धन भी आवंटित हो गया है। अभी तक अंत्येष्टिस्थल की ज़मीन का पैमाइश नहीं कर पाये है। इसके आलावा तालाब गाटा संख्या 135 हरैया, गाँव के उत्तर चकमार्ग हरैया, काल्हार गाटा संख्या 60 मंझरिया की खाली जमीन की पैमाइश नहीं करवा पाए है । लेखपाल कहते हैं कि हम क्यों खाली करवाने जाएं, डेढ़ साल हो गया अभी तक यह खाली नहीं करवा पाए हैं। आदि विकास कार्यों को रोक कर रखा है और वह बैठक में कभी भी नहीं आते हैं। कभी यह गाँव में आते हैं तो दो समुदाय को आपस में लड़ा कर रफू चक्कर हो जाते हैं। जिससे गाँव का माहौल खराब हो सकता है और आने वाले समय में कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है। इनके द्वारा आज तक मंझारियां गाँव का कोई भी काम निस्तारित नहीं हो पाया है। लेखपाल जब से मंझारिया में तैनात हुए है विकास कार्य बाधित है। ऐसी कई मुद्दों पर एसडीएम को लिखित देकर ग्रामीणों ने अवगत कराया।
ज्ञापन सौपते हुए ग्रामीणों ने उपरोक्त लेखपाल को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की मांग उठाई। उनके साथ ही उन्होंने कहा कि लेखपाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई,और उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह लोग तहसील में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।
प्रार्थना पत्र देने वालों में प्रमुख रूप से सूर्य नारायण, ध्रुवचन्द, विनय कुमार, ज्ञानमती, उर्मिला दीपचन्द, सुमित, अंकित, राम लखन, राम जनक, गंगाराम, रामकरन, इश्तियाक अली, मोइनुद्दीन आदि लोग मौजूद रहे l
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