बस्ती। कलवारी थाना क्षेत्र के माझा खुर्द गांव के ग्रामीणों ने लेखपाल अवधेश श्रीवास्तव और ग्राम प्रधान राममूरत यादव द्वारा हर घर से घरौनी देने के नाम पर पांच-पांच हजार रूपये की वसलूी किये जाने का आरोप लगाते हुये मांग किया है कि लेखपाल और ग्राम प्रधान की सांठगांठ से की गई अवैध वसूली की जांच कराकर धनराशि वापस कराया जाय। गांव में जहां यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है वहीं लेखपाल और ग्राम प्रधान मामले पर चुप्पी साधे हुये हैं। माझा खुर्द गांव निवासी दशरथ आदि ने इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ज्ञापन और पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया था किन्तु ग्रामीणोें का कहना है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
माझा खुर्द गांव के अजय कुमार और बाबूराम और गांव की महिलाओं ने बताया कि राम अनुज का छप्पर रखवाये जाने और लेखपाल अवधेश श्रीवास्तव द्वारा हर घर से घरौनी देने के नाम पर पांच-पांच हजार रूपये की वसलूी किये जाने के मामले की जांच कराकर रूपया वापस दिलाते हुये कार्रवाई कराया जाय।
डीएम और एसपी को को दिये पत्र में कहा गया था कि गांव के आबादी की भूमि में राम अनुज पुत्र फेंकू का रिहायशी छप्पर लगभग 80 वर्षाैं से आबाद है। गांव के ही फुलझारी और उनके परिवार के राम प्रकाश, मंगरू आदि नया छप्पर रखने से रोक रहे हैं और जमीन पर कब्जा कर लेना चाहते हैं। पत्र में कहा गया है कि लेखपाल 10 हजार रूपये की रिश्वत मांग रहे हैं कि रूपया दो तो छप्पर रखवा देंगे। ग्रामीणों ने पत्र में कहा है कि लेखपाल अवधेश श्रीवास्तव और ग्राम प्रधान ने घरौनी दिलाने के नाम पर हर घर से पांच- पांच हजार रूपये की वसलूी किया। मांग किया कि दोषी लेखपाल के विरूद्ध कार्रवाई करने के साथ ही राम अनुज का छप्पर रखवाया जाय और रूपया वापस कराया जाय।
माझा खुर्द गांव के दशरथ, सोहनलाल, प्रमोद निषाद, जंगीलाल, उदयभान, रम्पत निषाद, राम सुरेश, जगदीश, फुलवन्ती, किसमता, सुग्रीम, पत्ती देवी, चन्द्रावती, पंचू, राजेश, अयोध्या, संतराम, राजमती, अशरफा देवी, रामरती देवी, गोविन्द, राम कलेश, बुधना देवी, राम दयाल निषाद, रीता देवी, संगीता देवी, रामपलट निषाद, रामजीत निषाद, अर्जुन आदि ने चेतावनी दिया है कि यदि मामले में जांच कर दोषी लेखपाल और ग्राम प्रधान के विरूद्ध शीघ्र कार्रवाई न हुई तो वे आन्दोलन को बाध्य होंगे।
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