बस्ती। शनिवार को भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन और राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा जिलाध्यक्ष एजाज खान के संयोजन में मोर्चा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। 9 सूत्रीय मांग पत्र में कहा गया है कि साम्प्रदायिकता के आधार पर देश भर में बेगुनाह मुसलमानों की माबलिंचिग कर हत्या कर देने की घटनाओं पर रोक लगे, मुसलमानों के मस्जिदों, मदरसों, दूकानों, मकानों और बस्तियों को बुलडोजर से उजाड़ने की मनमानी बंद हो, वक्फ कानून में संविधान के मूल सिद्धान्न्तों के खिलाफ जाकर किये गये संसोधनों को रद्द कर न्याय दिलाया जाय।
ज्ञापन देने के बाद भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन और राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा जिलाध्यक्ष एजाज खान ने संयुक्त रूप से कहा कि पिछले एक दशक से भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा देश भर में मुसलमानों पर अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न की घटनायें बढी है। इस पर रोक लगाया जाय।
राष्ट्रपति को ज्ञापन देने वालों में पिछड़ा वर्ग मोर्चा के ठाकुर प्रेम नन्दबंशी, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्ध प्रिय पासवान, डा. रिफाकत अली, मुस्ताक खान, मो. अकरम, राम सुमेर यादव, गोलू, इकराम हुसेन, आमिर अली, मो. शाद, चन्द्र प्रकाश गौतम, इकबाल, मो. नदीम के साथ ही अनेक पदाधिकारी, सदस्य शामिल रहे।
No comments:
Post a Comment