गोरखपुर। बिहार के राजगिर में 1 नवंबर से 20 नवंबर तक हुए एशियन चौंपियनशिप में चीन व जापान को पराजित कर गोरक्ष की धरती गोरखपुर में लौटीं प्रीति दुबे का रेलवे स्टेशन पर हुआ ऐतिहासिक स्वागत। वहीं ट्रॉफी पर कब्जा जमाने में गोरखपुर की प्रीति दुबे का अहम योगदान रहा। टीम कि फॉरवर्ड खिलाड़ी ने कुल तीन गोल दागकर ये साबित कर दिया कि वह टीम में रहेंगी तो जीत पक्की होगी। रिपोर्ट की माने तो प्रीति दुबे ने थाईलैंड के खिलाफ दो मलेशिया के खिलाफ एक गोल किया। इसके साथ जापान के सेमीफाइनल में प्रीति के पास शानदार कप्तान सलीमा टेटे ने एक गोल कर जीत का परचम किया बुलंद। भारतीय टीम के शानदार ख़िताबी जीत के बाद गुरुवार को प्रीति दुबे बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंची प्रीति दुबे का खेल प्रेमियों व हाकी खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक स्वागत कर उनका इस्तकबाल किया। वहीं रेलवे स्टेशन पहुंची प्रीति दुबे के पिता अवधेश दुबे खुशी से झूम उठे भाई फणीष नाथ दुबे हाथों में तिरंगा लेकर स्टेशन पर थिरकते नजर आए।
इस दौरान ओलंपियन व अर्जुन अवॉर्डी प्रेम माया, स्पोर्ट कॉलेज की हॉकी कोच शशि नवेद प्रीति दुबे का किया अभिनंदन। वही मीडिया से बातचीत में प्रीति दुबे ने कहा कि अजीत मेरे लिए खास नहीं है इस जीत से हमें आगे बेहतर खेलने के लिए एक नई ऊर्जा मिली है। वही प्रीति ने कहा कि आगे और बेहतर प्रदर्शन कर टीम को जीताने मैं अहम भूमिका निभाने की कोशिश करूंगी।बताते चलें कि प्रीति दुबे गोरखपुर जनपद के भेउसा गांव की रहने वाली है।
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