वॉयस ऑफ बस्ती संवाददाता
गोरखपुर। आर्य नगर, गोरखपुर महानगर दक्षिण का हिंदू सम्मेलन सरस्वती शिशु मंदिर, पक्कीबाग गोरखपुर के प्रांगण में भव्य रूप से संपन्न हुआ। सम्मेलन में हिंदू समाज की एकता, संगठन और सनातन मूल्यों के संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री श्री 1008 श्री महंत महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी महेश योगी जी महाराज (श्री हनुमानगढ़, अयोध्या) ने कहा कि भारत कोई साधारण भूमि नहीं, बल्कि ऋषियों और देवताओं की भूमि है। उन्होंने कहा कि जब-जब भारत पर संकट आया, तब-तब किसी न किसी महापुरुष ने देश को दिशा देने का कार्य किया।
स्वामी जी ने भगवान श्रीराम के जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर नारी स्वाभिमान की रक्षा की। इसी प्रकार आज के समय में भी हिंदू समाज को सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होगा, तभी समाज संगठित और सशक्त बनेगा।
उन्होंने मैकाले की शिक्षा पद्धति पर चिंता जताते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में घर को प्रथम पाठशाला, माता-पिता को प्रथम देवता का स्थान दिया गया है, जिसे पुनः आत्मसात करने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित ब्रह्माकुमारी बहन कंचन जी, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ने कहा कि हिंदू केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक दर्शन है जो जीवन जीने की कला सिखाता है। उन्होंने कहा कि “यदि हम एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे”, इसलिए सनातन मूल्यों को संजोकर रखना आवश्यक है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. धनीराम मौर्य, प्राचार्य बी.डी. एस.डी.पी.जी. कॉलेज, चौरी-चौरा, गोरखपुर ने कहा कि मानव होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी क्षमता के अनुसार प्रत्येक प्राणी के उत्थान के लिए कार्य करें। समाज को संगठित करने के लिए जागरूक और चैतन्य रहना अत्यंत आवश्यक है।
मुख्य अतिथि का परिचय एवं आभार ज्ञापन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग संघचालक आत्मा सिंह जी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुआ। इस अवसर पर भाग प्रचारक दक्षिण मनीष जी, ओम प्रकाश सिंह, प्रदेश निरीक्षक राम सिंह, प्रधानाचार्य डॉ. राजेश सिंह, दिलीप जी, पृथ्वी चंद्र जी, दिव्या श्रीवास्तव सहित मंदिर बस्ती के सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन शिवम दुबे ने किया। समापन भारत माता की आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ किया गया।

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