संतकबीरनगर। सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर लोगों के बैंक खाते खुलवाकर उनमें अवैध लेन देन करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए संतकबीरनगर पुलिस ने 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों द्वारा एक पीड़ित के खाते से करीब 82 लाख रुपये का अवैध लेनदेन किया गया था।
पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन एवं क्षेत्राधिकारी साइबर अमित कुमार के पर्यवेक्षण में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। प्रभारी निरीक्षक थाना साइबर क्राइम जयप्रकाश चौबे के नेतृत्व में गठित टीम ने दिनांक 20 दिसम्बर 2025 को तहसील सदर नहर पुलिया के पास से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में प्रशांत पुत्र राजेश यादव, निवासी शिवसरा, थाना खलीलाबाद अभिनव पुत्र अरविन्द कुमार पाण्डेय उर्फ मुन्ना पाण्डेय, निवासी एग्रो कॉलोनी, खलीलाबाद सुमित विश्वकर्मा पुत्र श्यामबहादुर विश्वकर्मा, निवासी टीचर कॉलोनी, खलीलाबाद शामिल हैं।
- पीड़ित से 82 लाख का लेन-देन
इस मामले में 19 दिसम्बर 2025 को वादी राजकुमार गुप्ता पुत्र स्व. श्रीराम गुप्ता, निवासी बगहियां, थाना कोतवाली खलीलाबाद (उम्र लगभग 40 वर्ष) ने थाना साइबर क्राइम में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि अभियुक्तों ने उनके पुत्र कृष्णा को सरकारी योजना का लाभ मिलने की बात कहकर विश्वास में लिया और बैंक खाता खुलवाया। इसके बाद चेकबुक, एटीएम कार्ड व सिम नंबर लेकर खाते के माध्यम से लगभग 82 लाख रुपये का लेनदेन किया गया। जब इस बारे में पूछताछ की गई तो गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी दी गई।
प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना साइबर क्राइम पर मु0अ0सं0 21/2025, धारा 318(4), 352, 351(3) बीएनएस एवं 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
- पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि वे आम लोगों को सरकारी योजनाओं के नाम पर बहला-फुसलाकर उनके बैंक खाते खुलवाते हैं और चेकबुक, एटीएम आदि अपने पास रख लेते हैं। साइबर धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को ऐसे खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिया जाता है।
पुलिस ने बताया कि मामले में आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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