बस्ती। कम लागत में लंबे समय तक पौष्टिक हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उच्च गुणवत्तायुक्त नैपियर घास की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। पशुपालन विभाग, उत्तर प्रदेश की चारा नीति 2024-29 के तहत पंजीकृत गौशालाओं, गोआश्रय स्थलों, इच्छुक कृषकों, पशुपालकों, स्वयं सहायता समूहों, एफपीओ, गैर सरकारी संस्थाओं सहित ग्राम समाज की चारागाह भूमि का उपयोग करने वाले लाभार्थियों का चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। यह जानकारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार गुप्ता ने दी।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में जनपद बस्ती के 10 लाभार्थियों को नैपियर घास की जड़ें/रूट स्लिप उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रत्येक लाभार्थी द्वारा 0.2 हेक्टेयर भूमि पर नैपियर चारा उत्पादन किया जाएगा, जिसके लिए प्रति लाभार्थी 4000 रुपये का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
योजना के तहत इस वर्ष निःशुल्क प्राप्त नैपियर जड़ों/रूट स्लिप की दुगुनी मात्रा अगले वर्ष विभाग को वापस करना अनिवार्य होगा ताकि आगामी वर्ष के नए लाभार्थियों को सामग्री उपलब्ध कराई जा सके।
आवेदन के इच्छुक लोग अपने संबंधित विकास खंड के राजकीय पशु चिकित्सालय में संपर्क कर सकते हैं।

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