गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मिलकर प्रतिबंधित दवाओं की अवैध तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। दिल्ली-मेरठ रोड स्थित एक गोदाम से 15 लाख 73 हजार से अधिक प्रतिबंधित कफ सिरप की शीशियां बरामद की गईं, जिनकी बाजार कीमत करीब 3.4 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
यह कार्रवाई मंगलवार देर रात नांदग्राम पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर की। जानकारी के मुताबिक, सोनभद्र पुलिस ने कुछ दिन पहले ऐसे ही तस्करों का एक गिरोह पकड़ा था, जिसके बाद यह सुराग गाजियाबाद पुलिस तक पहुंचा।
- मछली गोदाम के वेयरहाउस में मारा गया छापा
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) केशव कुमार चौधरी ने बताया कि छापा मछली गोदाम नामक वेयरहाउस पर मारा गया, जो घूकना मोड़ के पास स्थित है। यहां चार ट्रक खड़े मिले जिनमें एस्कुफ, फ़ेंसेडिल और टैपेंटाडोल जैसी प्रतिबंधित दवाएं भरी थीं। पुलिस जांच में पता चला कि ट्रकों को इंदौर से गुवाहाटी तक चूना पत्थर ले जाने के नाम पर बुक किया गया था, जबकि अंदर कफ सिरप की खेप छिपाई गई थी।
- कितने लोगों की हुई गिरफ्तारी?
चौधरी ने बताया कि कुल 1,150 कार्टन में पैक 15,73,500 शीशियां बरामद की गईं, जिन्हें बोरी में भरे चूना पत्थर के पीछे छिपाया गया था। पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम हैं, सौरव त्यागी (37), शादाब (29), शिवकांत (32), संतोष भदाना (32), अंबुज (26), धर्मेंद्र (49), दीपु यादव (24) और सुशील यादव (35)। इनमें से त्यागी और भदाना को इस गिरोह का मुख्य सरगना बताया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, सौरव त्यागी गाज़ियाबाद केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन का कैशियर भी है और शहर में अपनी मेडिकल शॉप चलाता है। उसने अपने फार्मा कनेक्शन का इस्तेमाल कर बैन सिरप की अवैध सप्लाई शुरू की थी। पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह न केवल एनसीआर बल्कि बांग्लादेश तक इन दवाओं की तस्करी करता था।
- 20 लाख नकद हुआ बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से 20 लाख रुपये नकद, एक क्रेटा कार, दो लैपटॉप, सात रबर स्टैम्प, 10 फर्जी सिम कार्ड और कई जाली दस्तावेज भी जब्त किए हैं। अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि अब इस गिरोह से जुड़े इंटरस्टेट और क्रॉस-बॉर्डर नेटवर्क की पहचान की जा रही है, ताकि प्रतिबंधित फार्मा तस्करी की इस पूरी चेन को तोड़ा जा सके।
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