मातृशक्ति के जागरण, संस्कारों के संरक्षण और सामाजिक पुनर्जागरण की दिशा में चलेगा राष्ट्रव्यापी अभियान
गोरखपुर। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित शिशु शिक्षा समिति एवं जन शिक्षा समिति के गोरक्ष प्रांत की ओर से सोमवार को सरस्वती शिशु मंदिर , पक्कीबाग, गोरखपुर में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस अवसर पर संस्था द्वारा आगामी राष्ट्रीय अभियान ‘सप्तशक्ति संगम’ की रूपरेखा प्रस्तुत की गई, जिसका उद्देश्य मातृशक्ति के जागरण और संगठन के माध्यम से परिवार, समाज, संस्कृति और पर्यावरण के संरक्षण को सुदृढ़ करना है।
विजयादशमी से बसंत पंचमी तक चलेगा अभियान
प्रेस वार्ता में सप्तशक्ति संयोजिका एवं गोरक्ष प्रांत बालिका शिक्षा प्रमुख श्रीमती रश्मि श्रीवास्तव (प्रधानाचार्या, सरस्वती बालिका विद्यालय सूर्यकुंड) ने बताया कि विजयादशमी से बसंत पंचमी तक देशभर में “सप्तशक्ति संगम” के अंतर्गत मातृशक्ति जागरण कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आधुनिकता की अंधी दौड़, सोशल मीडिया और फिल्मों के प्रभाव से मातृशक्ति में हो रहे संस्कार एवं जीवन मूल्यों के क्षरण को रोकना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। माताओं में कीर्ति, श्री, स्मृति, मेधा, वाक, घृति और क्षमा जैसी सात शक्तियों का संचार कर उन्हें सशक्त एवं संस्कारित बनाना इसका मूल लक्ष्य है।
500 सम्मेलन और एक लाख माताओं तक पहुँचेगा संदेश
अभियान के तहत प्रांत भर में 500 से अधिक ‘शक्ति संगम’ मातृ-सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों के माध्यम से लगभग एक लाख माताओं तक सप्तशक्ति के विचारों और उद्देश्यों को पहुँचाने की योजना है।
इन आयोजनों में समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली माताओं, शहीदों की माताओं तथा श्रेष्ठ चरित्र निर्माण में योगदान देने वाली माताओं का सम्मान किया जाएगा। साथ ही सामाजिक जीवन में प्रेरक चरित्रों का मंच पर प्रस्तुतीकरण भी किया जाएगा।
पाँच जिलों में बनेगी कार्ययोजना की टोलियाँ
गोरक्ष प्रांत को पाँच जिलों गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर और बलिया में विभाजित कर प्रांत, जिला और विद्यालय स्तर पर टोलियाँ गठित की जाएँगी, जो कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संभालेंगी।
अभियान का दीर्घकालिक लक्ष्य “भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की संकल्पना” को साकार करना है।
अतिथि वक्ताओं ने किया अभियान का समर्थन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं वक्ताओं के रूप में डा. शैल पांडे, प्राचार्या डी.ए.वी. डिग्री कॉलेज एवं अध्यक्ष, सरस्वती बालिका विद्यालय सूर्यकुंड गोरखपुर, डा. राजेश सिंह, प्रधानाचार्य, सरस्वती शिशु मंदिर पक्कीबाग, महेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष, प्रबंध समिति पक्कीबाग, राजीव श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य, सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सुभाषचंद्र बोस नगर उपस्थित रहे। वक्ताओं ने कहा कि “सप्तशक्ति संगम” मातृशक्ति के सांस्कृतिक जागरण की दिशा में एक प्रेरक कदम है, जो राष्ट्र के चरित्र निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाएगा।

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