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Monday, September 15, 2025

मुख्यमंत्री के गुरू ब्रम्हलीन महंत अवेद्यनाथ को पुण्यतिथि पर सहभोज के साथ किया नमन्


बस्ती। विश्व हिन्दू महासंघ द्वारा सोमवार को गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूज्य गुरुदेव राष्ट्र संत ब्रम्हलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के पुण्यतिथि के निमित्त जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह के संयोजन में संगोष्ठी एवं सहभोज का आयोजन रोडवेज तिराहे के निकट स्थित गिरिजराज के सभागार में किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये डॉ. हरिओम पाठक ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ श्री रामजन्म भूमि के प्राण थे। सबको साथ लेकर चलने की उनमें विलक्षण प्रतिभा थी। उसी के परिणाम स्वरूप श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के साथ सभी संप्रदायों, दार्शनिक परम्पराओं के संत जुड़ते चले गए और लक्ष्य पूर्ण हुआ। गोरखनाथ मंदिर की वर्तमान भव्यता, शानदार वास्तुशिल्प महंत अवेद्यनाथ की ही देन है। उन्होने अस्पताल, स्कूलों की स्थापना कर लोकमंगल की भूमिका को नई दिशा दिया, उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। विशिष्ट अतिथि राजमाता आशिमा सिंह ने कहा कि ब्रम्हलीन महंत अवेद्यनाथ ने सामाजिक समरसता, जाति पांति, छूआ छूत मिटाने, सेवा, सहयोग की जो नीवं डाली उसका विस्तार करना ही उनके प्रति सच्ची श्रऋांजलि है।
मुख्य वक्ता महासंघ के  प्रदेश मंत्री दिग्विजय सिंह राणा ने कहा कि  महंत अवेद्यनाथ नेे अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गोरक्षपीठ की शैक्षिक और सांस्कृतिक परंपरा को समृद्ध किया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और लोककल्याण को सर्वाेपरि माना। उनका योगदान हम सबको सदैव प्रेरणा देगा। गोष्ठी को  कुलदीप मिश्रा, श्रीखंड प्रताप सिंह, सुधीर सिंह सतीश चंद्र मिश्रा कृपा शंकर त्रिपाठी, चंद्रशेखर कमलापुरी, विजय शंकर शुक्ला, उमेश मिश्रा आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि हिन्दू समाज की एकता, परस्पर समन्वय से प्रगति ही महंत अवेद्यनाथ को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होने जो दिशा दिया है उसे गतिमान करने की जरूरत है।
महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि ब्रह्मलीन महन्थ अवेद्यनाथ जी ने हिन्दू धर्म की आध्यात्मिक साधना के साथ ‘सामाजिक हिन्दू’ साधना को भी आगे बढाया और सामाजिक जनजागरण को अधिक महत्वपूर्ण मानकर हिन्दू धर्म के सोशल इंजीनियरिग पर बल दिया । बहुसंख्यक समाज को जोड़ने के लिए सहभोजों के क्रम में महंत अवेद्यनाथ ने बनारस में संतों के साथ डोमराजा के घर सहभोज कर उदाहरण प्रस्तुत किया। 12 सितम्बर 2014 को महन्थ अवेद्यनाथ ब्रम्हलीन हो गये। उनके सपनों, संकल्पोें को पूरा करने का दायित्व हम सबका है।
गोष्ठी और सहभोज में मुख्य रूप से सौरभ त्रिपाठी मनीष पाण्डेय, अमित कुमार त्रिपाठी धनुषधारी, चौबे पूनम सिंह, पूर्व विधायक दयाराम चौधरी,  रवि सोनकर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा , विवेक श्रीवास्तव, बालकृष्ण सिंह, सौरव चतुर्वेदी, शिवम मिश्रा, अभिषेक आर्य अभय चौधरी, आशीष उर्फ कल्लू बाबा, अमितेश प्रताप सिंह, आलोक सिंह, अनूप सिंह, गौरेंद्र प्रताप सिंह, सतीश पाण्डेय, महेंद्र प्रताप सिंह, सुमित शुक्ला, राजेश सती माता, जमुना प्रसाद, कंचन विश्वकर्मा, सरोज बाबा गोपेश्वर त्रिपाठी ं ंके साथ ही विश्व हिन्दू महासंघ के सैकड़ो पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे। 

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