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Saturday, September 13, 2025

जनपद में एक साथ किया जायेगा ट्री गार्ड सहित 4422 पौधों का रोपड

बस्ती। दिनांक 17 सितम्बर को बस्ती जनपद में एक साथ 1476 हरिशंकरी (पीपल, पाकड़, बरगद) कुल 4422 पौधों का रोपड ट्री गार्ड सहित समारोह पूर्वक किया जायेगा। जिसमें 1247 ग्राम पंचायतों, 11 नगरीय क्षेत्रों के 165 वार्डों, 16 थान्हा परिसरों 4 तहसील मुख्यालयों सहित 40 अन्य स्थान सम्मिलित है। हरिशंकरी के तीनों पेड़ (पीपल, पाकड़, बरगद) पर्यावरण संरचना की दृष्टि से ज्यादा उपयोगी है।

लोक भारती के राष्ट्रीय सम्पर्क प्रमुख श्रीकृष्ण चौधरी ने बताया हरिशंकरी रोपड़ अभियान में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन, लोक भारती, गायत्री परिवार ट्रस्ट, पतंजलि, आर्य समाज, आर्ट आफ लिविंग, ब्रम्हा कुमारी, व्यापार मण्डल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो के सहयोग से 8 से 12 सितम्बर के बीच जिले की सभी 11 स्थानीय निकायों एवं 14 विकास खण्ड मुख्यालय पर तैयारी बैठकें सम्पन्न हुई है। जिसमे ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक वी डी.ओ, सभासद / अध्यक्ष, अधिशाषी अधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक कार्य योजना बनायी गयी है।
पीपल, पाकड़ और बरगद के पेड़ अत्यधिक लाभकारी होते हैं। और इन्हें लगाना पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभदायक है। ये पेड़ वातावरण में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाते हैं और प्रदूषण को कम करते हैं।हिंदू धर्म में पीपल को पवित्र वृक्ष माना जाता है और इसकी पूजा की जाती है। पीपल का पेड़ घना और विशाल होता है, जो गर्मियों में छाया प्रदान करता है और पक्षियों के लिए आश्रय स्थल के रूप में कार्य करता है। पाकड़ के फल पोषक तत्वों से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। पाकड़ के पेड़ मिट्टी के क्षरण को रोकने में मदद करते हैं और भूमि की गुणवत्ता में सुधार लाते हैं। बरगद के पेड़ वातावरण में संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और प्रदूषण को कम करते हैं। बरगद के पेड़ विभिन्न प्रकार के जीव-जन्तुओं और पक्षियों के लिए आवास प्रदान करते हैं। बरगद को हिंदू धर्म में एक पवित्र वृक्ष माना जाता है और इसे "अक्षय वट" भी कहा जाता है।
इन पेड़ों को लगाने से न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचता है, बल्कि ये हमारे जीवन में भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। पत्रकार वार्ता में हरिशंकरी रोपड़ अभियान की संरक्षिका राजमाता आशिमा सिंह, संयोजक अजय कुमार चौधरी, सह संयोजक ओम प्रकाश आर्य, विवेक गिरोत्रा, गरुण ध्वज पाण्डेय, अंकुर वर्मा नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि, प्रभागीय वन अधिकारी डॉ शिरीन आदि ने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर दिया।

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