बस्ती। गजाधर सिंह अंगद सिंह एकेडमी हर्रैया के परिसर में भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षा बंधन का पर्व धूमधाम से शुक्रवार को मनाया गया। स्कूली छात्राओं ने थाना प्रभारी हर्रैया तहसीलदार सिंह, पुलिस कर्मियों, प्रधानाचार्य, शिक्षकों और छात्रों को रक्षाबंधन बांधा। थाना प्रभारी ने कहा कि यह पर्व भाई -बहन के रिश्तों की अटूट डोर का प्रतीक है। भारतीय परम्पराओं का यह एक ऐसा पर्व है, जो भाई बहन के स्नेह के साथ-साथ हर सामाजिक सम्बन्ध को मजबूत करता है इस लिये यह पर्व भाई-बहन को आपस में जोड़ने के साथ-साथ सांस्कृतिक, सामाजिक महत्व भी रखता है। उन्होंने कहा कि इस रक्षाबंधन को सामान्य धागा समझने की भूल मत करना, यह परस्पर प्रेम, त्याग और समय आने पर बहन की रक्षा के लिये सर्वस्व न्यौछावर करने का पर्व है। उन्होंने बताया कि द्रौपदी ने श्रीकृष्ण को धागा बांधा था और जब वह विपत्ति में फंसी तो उन्हें अपने भाई कान्हा की याद आई और कान्हा इतनी तीव्र गति से उनकी रक्षा के लिए बढ़े कि उनके वाहन गरुड़ भी उनसे पीछे रह गये। यह देखकर किसी कवि ने लिखा है की द्रौपदी तुम्हारा कैसा भाग्य है कि तुम्हारी रक्षा के लिए भगवान और भक्त के बीच होड़ लगी है। ऐसे अटूट संबंध का प्रतीक है यह रक्षाबंधन। प्रधानाचार्य सुभाष त्रिपाठी ने छात्रों को रक्षाबंधन पर्व की शुभकामना देते हुए कहा कि रक्षाबंधन का पर्व विशेष रुप से भावनाओं और संवेदनाओं का पर्व है। रक्षाबंधन को भाई-बहन तक ही सीमित रखना सही नहीं होगा, बल्कि ये ऐसा बंधन है जो किसी को भी प्रेम से बांध सकता है। विद्यालय के छात्र-छात्राओं के बीच शिक्षिकाओं संध्या तिवारी, सिमरन सिंह, अंजू श्रीवास्तवा, अंजलि की देख-रेख में राखी निर्माण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। सभी बच्चों का प्रदर्शन काफी मनमोहक रहा। थाना प्रभारी एवं प्रधानाचार्य ने प्रतियोगी छात्र-छात्राओ का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रूप से पंकज, दिनेश, अंजू , संध्या, सिमरन, बीनू, प्रवेश, खुशी, सोनी मुस्कान, सपना, मधु , वंदना, पूनम, सुधीर, अमित, कामना, निधि, अनीता,पद्मा संतोष, कैलाश, कल्पना, प्रभाकर आदि उपस्थित रहे।
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