<!--Can't find substitution for tag [blog.voiceofbasti.page]--> - Voice of basti

Voice of basti

सच्ची और अच्छी खबरें

Breaking

वॉयस ऑफ बस्ती में आपका स्वागत है विज्ञापन देने के लिए सम्पर्क करें 9598462331

Tuesday, August 19, 2025

कर्मचारियों को भी मिले राज्यसभा विधान परिषद में प्रतिनिधित्व – रूपेश श्रीवास्तव

- कर्मचारियों के प्रतिनिधित्व के बिना सर्व समाज के प्रतिनिधित्व की संकल्पना अधूरी : मदन मुरारी शुक्ल

गोरखपुर। कल राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की बैठक विकास भवन में संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता विकास भवन के अध्यक्ष गोविन्द श्रीवास्तव और संचालन परिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जिस प्रकार खिलाड़ियों को राज्यसभा में प्रतिनिधित्व देने के लिए संविधान में संशोधन किया गया था उसी प्रकार कर्मचारियों को भी संविधान में संशोधन कर राज्यसभा और विधान परिषद में प्रतिनिधित्व दिया जाए तभी कर्मचारी हितों की रक्षा संभव हो सकती है। उन्होंने कहा कि पूर्व में परिषद के संस्थापक सदस्य पी०एन० शुक्ल राज्यसभा में अपना प्रतिनिधित्व दे चुके हैं तथा स्वर्गीय बी० एन० सिंह लंबे समय तक विधान परिषद के सदस्य रहे हैं इनके समय में कर्मचारी हितों के कई नियम बनाए गए लेकिन इन दोनों नेताओं के बाद अभी तक किसी भी कर्मचारी नेता को राज्यसभा या विधान परिषद में प्रतिनिधित्व नहीं मिला जिसके कारण कर्मचारी के हितों की रक्षा नहीं हो पा रही है। श्री रुपेश ने कहा कि कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर के धरना प्रदर्शन व हड़ताल कर रहा है लेकिन उसकी मांग पूरी नहीं हो रही है अगर सदन में उसका भी कोई प्रतिनिधित्व करने वाला रहता तो यह लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ी जाती और हर हाल में कर्मचारियों की सारी मांगे पूरी होती इसलिए माननीय प्रधानमंत्री जी से विनम्र अनुरोध है कि वह दोनों सदनों कर्मचारियों को प्रतिनिधित्व देने का रास्ता साफ करें।
महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि राज्यसभा या विधान परिषद की व्यवस्था इसलिए की गई थी की जो तपका जनता का चुनाव लड़कर सदन में नहीं पहुंच पा रहा है उसे भी सदन में अपने बात कहने का मौका मिले केन्द्र में इसलिए राज्यसभा और बड़े राज्यों में विधान परिषद की स्थापना की गई । उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतरने वाला कर्मचारी की आवाज सदन का हिस्सा नहीं बन पा रही हैं ऐसे में सर्व समाज के हिस्सेदारी की संकल्पना अधूरी है। श्री शुक्ल ने कहा कि अब समय की जरूरत है कि संविधान में संशोधन कर कर्मचारी समाज को भी विधान परिषद और राज्यसभा में प्रतिनिधित्व का मौका दिया जाए।
बैठक को परिषद के संरक्षक अशोक पांडे और वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ला ने भी संबोधित किया। 
इस अवसर पर अशोक पांडेय, रूपेश कुमार श्रीवास्तव, गोविंद श्रीवास्तव, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, मदन मुरारी शुक्ल, अनिल द्विवेदी, राजेश मिश्रा, इजहार अली, अनूप कुमार श्रीवास्तव, सुनील सिंह, हर्ष त्रिपाठी, विजय प्रताप शाही, बंटी श्रीवास्तव, सौरभ श्रीवास्तव आदि कर्मचारी नेता उपस्थित रहे।

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages