- ग्राम सचिव के ऊपर मनरेगा सहित अन्य योजनाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का लगातार लग रहा आरोप
बस्ती। विकास खंड कुदरहा की ग्राम पंचायत भक्तूपुर में तैनात ग्राम सचिव (सेक्रेटरी) घनश्याम यादव एक बार फिर विवादों में हैं। मनरेगा योजना में कथित भ्रष्टाचार को लेकर जब एक स्थानीय पत्रकार ने उनसे सवाल किया, तो उन्होंने पत्रकार को धमकाना शुरू कर दिया। धमकी से जुड़ा एक कथित आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार, वायरल आडियो में सेक्रेटरी घनश्याम यादव पत्रकार को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देते सुनाई दे रहे हैं। यह आडियो उन आरोपों को और मजबूत करता है, जिनमें कहा गया है कि संबंधित ग्राम पंचायतों में कागजों पर विकास कार्य दर्शाए जा रहे हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मनरेगा सहित अन्य योजनाओं में घनश्याम यादव द्वारा बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। कई कार्य कागजों पर पूरे दिखाए गए हैं, लेकिन मौके पर वे कहीं नजर नहीं आते। पत्रकार ने जब इन अनियमितताओं पर सवाल किया, तो सेक्रेटरी ने बजाय उत्तर देने के, उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार जहां भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, वहीं दबंग सचिवों द्वारा इस नीति की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यह सवाल लाजिमी है कि क्या ऐसे अधिकारियों को राजनीतिक या प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है, जो इन्हें जांच और कार्रवाई से बचाए हुए है? अब यह मामला केवल भ्रष्टाचार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी एक बड़ा सवाल बन गया है। वायरल आडियो में धमकी देने की भाषा यह दर्शाती है कि संबंधित अधिकारी पारदर्शिता से कितने दूर हैं।मांग की जा रही है कि सेक्रेटरी घनश्याम यादव के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच हो और यदि वे दोषी पाए जाएं, तो उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।यह न सिर्फ क्षेत्र में ईमानदार प्रशासनिक व्यवस्था की स्थापना में सहायक होगा, बल्कि ऐसे मामलों में एक सख्त संदेश भी जाएगा।
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