बस्ती। शुक्रवार को अटेवा एनएमओपीएस राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर जिले के शिक्षकों, कर्मचारियों ने विद्यालयों के मर्जर, एनपीएस, यूपीएस व निजीकरण के विरोध में रोष मार्च निकाला। सैकड़ों की संख्या में शिक्षको, कर्मचारियों का हुजूम राजकीय इण्टर कालेज से गांधीनगर होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। यहां संगठन द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को सम्बोधित 3 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया। ज्ञापन में विद्यालयों के मर्जर व निजीकरण को रोकने तथा एनपीएस, यूपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की मांग की गयी।
ज्ञापन देने के बाद अटेवा के जिलाध्यक्ष तौआब अली ने कहा कि विद्यालयों के मर्जर से ग्रामीण क्षेत्रों के दूरदराज के छात्र शिक्षा से वंचित रह जायेगें। इसके साथ ही पुरानी पेंशन बहाली न होने से शिक्षकों, कर्मचारियों का बुढ़ापा असुरक्षित हो गया है। सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
मण्डलीय महामंत्री दीपक सिंह ‘प्रेमी’, एकजुट के प्रदेश कोषाध्यक्ष बृजेन्द्र वर्मा, मंत्री धु्रव नरायन चौधरी, डॉ० कमलेश चौधरी ने संयुक्त रूप से कहा कि एनपीएस के विकल्प के रूप में सरकार द्वारा सुझाया गया यूपीएस और भी अधिक असुरक्षित है। हम इन दोनों ही व्यवस्थाओं का विरोध करते रहेगें।
संरक्षक प्रमोद कुमार ओझा, बृजेश वर्मा, देवेन्द्र तिवारी, कैलाशनाथ ने कहा कि कई राज्यों में पुरानी पेंशन व्यवस्था पुनः बहाल हो चुकी है। ऐसे में उ०प्र० में यह व्यवस्था बहाल क्यों नहीं हो सकती। महामंत्री विजयनाथ तिवारी, कोषाध्यक्ष अमरचन्द्र वर्मा, प्रवक्ता विनोद प्रकाश वर्मा, राकेश सिंह ने विद्यालयों के मर्जर को असंवेदनशील कार्य बताया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनीस अहमद, सुनील मौर्या व जितेन्द्र वरूण ने कहा कि कर्मचारियों को बुढ़ापे में एन०पी०एस० के रूप में रू0800, रू01200, रू०1500 आदि पेंशन मिल रही है। जिससे बुढ़ापे का गुजारा सम्भव नहीं है। मीडिया प्रभारी नीरज वर्मा, मनीष प्रकाश मिश्र, ज्ञानेन्द्र भारती तथा एकजुट के जिलाध्यक्ष अजय वर्मा, महामंत्री सत्य प्रकाश मौर्या ने यू०पी०एस० को कर्मचारियों के लिए अहितकर बताया। आन्दोलन को समर्थन दे रहे राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ बस्ती के जोनल अध्यक्ष सैय्यद नासिर हुसैन व जोनल सचिव अमर सिंह ने कहा कि निजीकरण से देश में किसी का भला होने वाला नहीं है। जिलाध्यक्ष अजय पाण्डेय व संगठन मंत्री राज कुमार चौधरी ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। राहुल उपाध्याय, सुरेन्द्र यादव, श्रीनाथ विश्वकर्मा, संतोष यादव, महेन्द्र गौड, जावेद इकबाल, बृजेश कुमार, फूलचन्द्र वर्मा, हरि सिंह, सिकन्दर, मोहम्मद सलाम ने भी सम्बोधित किया।
इस दौरान लालजी वर्मा, संदीप यादव, राकेश कुमार मिश्र, पुष्पेन्द्र कुमार, अर्जुन प्रसाद, गुलाम असरफ, सुखराज गुप्ता, प्रमोद कुमार वर्मा, वासदेव, राजेश यादव, संजय यादव, प्रवीण सिंह, अवधेश कुमार वर्मा, अखिलेश कुमार, पप्पू सक्सेना, अभिषेक जायसवाल, प्रवेश वर्मा, महेन्द्र पटेल, अजीत वर्मा, अनूप प्रसन्न मिश्र, राजेश कुमार आर्य, संतोष कुमार, विरेन्द्र - चौधरी, संजय कुमार, बाबूराम वर्मा, अनिरूद्ध वर्मा, विजय कुमार, विरेन्द्र वरूण, विपिन कुमार, श्रवण गुप्ता, मनोज भास्कर, अवलोक कुमार, दरवेश यादव, देवेन्द्र वर्मा, डॉ० कृष्ण कन्हैया, फूलचन्द्र, रमाकान्त पटेल, मो० उमर, रमेश कुमार वर्मा, अखिलेश यादव, विपलेश कुमार वर्मा, रतिभान, संतोष कुमार, आलोक कन्नौजिया, विवेकानन्द शुक्ल, गिरजा शंकर सहित सैकड़ों शिक्षक कर्मचारी शामिल रहे।
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