लखनऊ। परिवार कल्याण महानिदेशक डॉ. दिनेश कुमार ने मंगलवार को जीएवीआई- जीरो इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम की समीक्षा की जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूएनडीपी, यूनिसेफ, जेएसआई व सिविल सोसायटी संगठन शामिल हुए। यह समीक्षा परिवार कल्याण निदेशालय में हुयी। बैठक में निर्धारित प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों पर एक बड़ी समीक्षा की गई, जिसमें शून्य-खुराक ( जेडडी) की पहचान करने, रूपांतरण करने और सामुदायिक मांग पैदा करने पर विशेष ध्यान दिया गया।
बैठक में विभिन्न संस्थाओं द्वारा क्षेत्रों के बारे में बहुमूल्य जानकारियां प्राप्त हुईं और प्रयासों को बढ़ाने की योजनाओं पर चर्चा की गई। इसके साथ ही, समीक्षा में खसरा और रूबेला (एमआर) के उन्मूलन की रणनीतियों को शामिल किया गया, विशेष रूप से बड़े बच्चों को लक्षित किया गया जो नियमित टीकाकरण के दौरान छूट गए थे।
- क्या है जीरो डोज टीकाकरण
जीरो डोज टीकाकरण में वह बच्चे आते हैं जिन्हें जीवन के पहले साल में एक भी नियमित टीका नहीं लगा होता है। विशेषकर डिप्थीरिया, टिटनेस और काली खांसी (डीपीटी) की खुराक। इन बच्चों को जानलेवा बीमारी से बचाव का कोई सुरक्षा चक्र नहीं मिला होता है।
No comments:
Post a Comment