लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के बाल रोग और सामुदायिक चिकित्सा विभागों ने संयुक्त रूप से ओआरएस दिवस के अवसर पर एक सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इसका उद्देश्य ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन के जीवन-रक्षक लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जो निर्जलीकरण को रोकने और दस्त से होने वाली बाल मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है।
इस दौरान एमबीबीएस छात्रों द्वारा नुक्कड़ नाटक ने ओआरएस के महत्व को आकर्षक और संबंधित तरीके से उजागर किया। डॉ. शांभवी मिश्रा ने ओआरएस की तैयारी का लाइव प्रदर्शन किया और आम गलत धारणाओं का समाधान किया। प्रो. दीप्ति अग्रवाल, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग ने कहा कि ओआरएस एक अत्यधिक प्रभावी और किफायती उपकरण है जो बच्चों में दस्त से होने वाली बीमारियों के बोझ को कम करने में मदद करता है।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रो. श्रीकेश सिंह, प्रो. एस. डी. कंडपाल (विभागाध्यक्ष, सामुदायिक चिकित्सा), और प्रो. नीतू सिंह (विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग) ने समुदाय स्तर पर ओआरएस के उपयोग को मजबूत करने के बारे में अपने विचार साझा किए।
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