बस्ती। कुदरहा विकास खण्ड की ग्राम पंचायत भक्तूपुर में बिना काम कराए मनरेगा मजदूरों की चल रही फर्जी हाजिरी की खबरें जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। स्थानीय ग्राम पंचायत निवासी प्रेम चन्द्र चौधरी ने ग्राम पंचायत भक्तपुर में चल रहे मनरेगा लूट को लेकर निर्णायक लड़ाई छेड़ दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार भक्तूपुर ग्राम पंचायत में कुल 150 मनरेगा मजदूरों की हाजिरी आनलाइन प्रदर्शित हो रही थी जबकि धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा था। शिकायत कर्ता प्रेमचन्द्र चौधरी ने जिला अधिकारी बस्ती व मण्डलायुक्त बस्ती मण्डल को लिखित शिकायती पत्र देकर मामले की जाँच कर कार्यवाही का अनुरोध किया है परन्तु जिम्मेदारों की उदासीनता से अभी तक भक्तूपुर ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की जाँच नहीं हो पायी। इसी दौरान कुदरहा विकास खण्ड की ही अन्य ग्राम पंचायत मंझरिया की जाँच खण्ड विकास अधिकारी द्वारा कराया गया जहाँ पर भ्रष्टाचार व कार्य न होने की पुष्टि होने पर मस्टररोल शून्य होने की खबरें आ रही हैं। आपके जानकारी के लिए यह बताना जरूरी है कि ग्राम पंचायत मंझरिया जहाँ का मस्टररोल शून्य हुआ है व ग्राम पंचायत भक्तूपुर दोनों ही ग्राम पंचायतों के सेक्रेटरी भ्रष्टाचार के माहिर माने जाने वाले घनश्याम यादव ही हैं। जब मंझरिया ग्राम पंचायत के मस्टररोल जीरो होने की सूचना सेक्रेटरी घनश्याम यादव को मिली तो आनन फानन में 05/06 जुलाई 2025 की रात दो बजे प्रधान भक्तूपुर के साथ मिलकर सेक्रेटरी घनश्याम यादव ने भक्तूपुर ग्राम पंचायत में स्थित उन चकमार्गाे की ट्रैक्टर से जुताई करवाकर कार्य न होने का साक्ष्य मिटा दिया जिन पर मनरेगा मजदूरों की आनलाइन उपस्थिति तो दिया जा रही था परन्तु धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा था। इधर ट्रैक्टर द्वारा चकमार्गों की रात में चल रही जुताई का शिकायतकर्ता प्रेमचन्द्र चौधरी द्वारा वीडियो बनाने का प्रयास किया गया तो उन्हें सेक्रेटरी घनश्याम यादव , प्रधान व उनके प्रतिनिधि द्वारा जानमाल की धमकियाँ दी जा रही हैं।
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