नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। यह समिति कई क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल करके गठित की गई है।
इसकी जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट जारी करके दी है। इस पोस्ट में विमान हादसे की जांच के लिए समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जो हादसे के कारणों का पता लगाएगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पोस्ट के मुताबिक, समिति का मुख्य उद्देश्य इस हादसे के कारणों का पता लगाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मौजूदा नियमों (एसओपी) और दिशा-निर्देशों की समीक्षा करना है। इसके साथ ही, समिति ऐसी दुर्घटनाओं से निपटने के लिए नए और व्यापक दिशा-निर्देश तैयार करने का सुझाव देगी।
पोस्ट में कहा गया है कि यह समिति अन्य संगठनों की ओर से की जा रही जांचों का विकल्प नहीं है। इसका ध्यान केवल भविष्य में हादसों को रोकने और उनके प्रबंधन के लिए बेहतर नियम बनाने पर केंद्रित है।
वहीं, अधिकारियों ने बताया कि समिति जल्द ही अपनी जांच शुरू करेगी और समयबद्ध तरीके से अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस कदम से विमानन सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद है।
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान टेक ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद हादसे का शिकार हो गया था। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिसमें से 1 व्यक्ति ही जिंदा बच पाया।
स्थिति का जायजा लेने प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को घटनास्थल पर गए और वहां की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों का भी हाल जाना था।
इस बीच, एयर इंडिया ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों की सहायता के लिए मित्र एवं सहायता केंद्र भी स्थापित किया है। यह केंद्र मुख्य रूप से दिल्ली, मुंबई और गेटेविक हवाई अड्डे पर स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों का मुख्य उद्देश्य हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को मदद करना है। इसकी जानकारी एयर इंडिया ने शुक्रवार को ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी थी।
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