महादेवा (बस्ती)। बनकटी विकास खंड के सिसवा पांडेय गांव निवासी 105 वर्षीय लोकतंत्र सेनानी रामचरन का रविवार की रात लख़नऊ के केजीएमयू (KGMU) अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया । राजकीय सम्मान के साथ सोमवार की शाम करीब 7 बजे अयोध्या के सरयू तट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया । जानकारी के मुताबिक रविवार को लोकतंत्र सेनानी राम चरन के सीने में दर्द के चलते जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था , लेकिन हालत में सुधार न होने पर चिकित्सक ने लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया । जहां इलाज के दौरान शाम करीब 6 बजे उनकी मृत्यु हो गई । लोकतंत्र सेनानी की मृत्यु की सूचना पर पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार तिवारी, खण्ड विकास अधिकारी भवानी प्रसाद शुक्ल, नायाब तहसीलदार स्वाति सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया तथा मुंडेरवा थानाध्यक्ष अतुल कुमार अंजान की पुलिस टीम ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
बताते चलें मीसा कानून के विरोध व तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा आपातकाल थोपे जाने के विरोध में 29 जून वर्ष 1975 में जयगुरुदेव के नेतृत्व में जेल में बन्द हुए थे । जिसके बाद वर्ष 2006 में तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने आपातकाल के बंदियों को लोकतंत्र रक्षक सेनानी के रूप में सम्मानित करते हुए आजीवन पेंशन प्रदान करने का प्राविधान किया गया था । मृतक राम चरन अपने पीछे पत्नी सावित्री देवी व दो बेटों सोभनाथ व मायानाथ तथा दो विवाहित बेटियों समेत पूरा परिवार छोड़ गया।
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