<!--Can't find substitution for tag [blog.voiceofbasti.page]--> - Voice of basti

Voice of basti

सच्ची और अच्छी खबरें

Breaking

वॉयस ऑफ बस्ती में आपका स्वागत है विज्ञापन देने के लिए सम्पर्क करें 9598462331

Thursday, June 19, 2025

अभूतपूर्व और ऐतिहासिक होगा केडीसी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग संगम - कर्नल (रि.) के.सी. मिश्र


बस्ती। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को शिवहर्ष किसान पीजी कॉलेज में अभूतपूर्व और ऐतिहासिक योग संगम होगा। इसके लिए हर संभव तैयारी पूरी कर ली गई हैं। मौसम को देखते हुए भी साधकों की सुविधा के लिहाज से व्यवस्था की जा रही है। बृहस्पतिवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी देते हुए कर्नल (रि.) केसी मिश्र संरक्षक पतंजलि योग समिति बस्ती ने कहा कि आज के भौतिकता वादी युग में योग हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग से जुड़ी तमाम जानकारियां लोगों को दी जाएंगी, ताकि वह लंबे समय तक स्वस्थ और निरोगी रहें।
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कर्नल (रि.) केसी मिश्र ने बताया कि शिवहर्ष किसान पीजी कॉलेज के प्रांगण में 21 जून को सुबह 5ः30 बजे से योग प्रोटोकाल का अभ्यास कराया जाएगा। इसकी शुरुआत बृहस्पतिवार से कर दी गई है। इस कार्यक्रम में आमजनमानस के साथ साथ सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के लोग भी हिस्सा लेंगे। शिविर में महिलाओं और बच्चों की भी भागीदारी बढ़ चढ़कर होगी। उनके सहयोग के लिए महिला योग शिक्षिकाओं को दायित्व सौंपा गया है।
डॉ. नवीन सिंह अध्यक्ष इण्डियन योग एसोसिएशन उत्तर प्रदेश चौप्टर पूर्वी जोन ने कहा कि योग सबके लिए है। यह मन और शरीर दोनों को सबल बनाता है। किसान, जवान, नेता, अभिनेता, मजदूर अधिकारी सबको योग की समान आवश्यकता है। जाति धर्म, ऊंच नीच, सबल निर्बल से परे एक सार्वभौमिक प्रक्रिया है जो मानव मात्र को देवतुल्य बनाता है। योग से केवल शारीरिक नही मानसिक रोग भी दूर होती है। व्यायाम से शारीरिक सुंदरता, सौम्यता और आरोग्यता प्राप्त होती है वहीं प्राणायाम से मन एकाग्र, सकारात्मक और शान्त होता है जिससे अनेक साध्य असाध्य रोग दूर होते हैं।
डॉ. वीरेंद्र त्रिपाठी महामंत्री पतंजलि योग समिति बस्ती ने कहा कि योग मनुष्य को सामान्य से विशेष बनाता है। प्राणायाम से शरीर और मन की अशुद्धियों का क्षय होकर पवित्रता और आनन्द का वास होता है। मन में उच्च चेतना और विवेक ख्याति जागृत होने से वृत्तियों पर नियंत्रण हो जाता है जिससे व्यक्ति सामान्य से विशेष, मानव से महामानव बन जाता है।
योगाचार्य गरुण ध्वज पाण्डेय भारत स्वाभिमान ट्रस्ट हरिद्वार यूनिट बस्ती ने कहा कि योग रोगों को नियंत्रण ही नहीं करता बल्कि निर्मूल करता है। यह सर्वविदित है कि एलोपैथ रोगों को दूर नहीं करता बल्कि नियंत्रित करता है जबकि नियमित योग करने से हम रोगों से निवृत्ति प्राप्त कर सकते हैं। योग से तन स्वस्थ और मन पवित्र होता है। आसान, व्यायाम से शारीरिक रोग दूर होते हैं और प्राणायाम से मन पवित्र हो जाता है। मन से काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद दूर हट जाते हैं उसके स्थान पर दया, करुणा, मैत्री और मुदिता के भाव जागृत हो जाते हैं जिससे बुरे विचार अंकुरित ही नहीं होने पाते। पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी सुभाष चंद्र आर्य ने कहा हम सभी को नियमित योग करना चाहिए। इसके साथ ही अपने बच्चों और घरों की महिलाओं को भी योग के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि नियमित योग किया जाए तो मनुष्य कई सारी व्याधियों से दूर रहता है। वह निरोगी रहता है। यदि उसे कोई व्याधि है भी तो वह धीरे-धीरे कर दूर हो जाती है।

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages