बस्ती। पोखरनी स्थित पौराणिक महाकाली मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का समापन सांस्कृतिक व पारंपरिक भजनों के साथ हुआ। इस दौरान जहां हवनोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हवन सामग्री की आहुति दी, वहीं भंडारे में प्रसाद भी ग्रहण किया।
नगर थाना क्षेत्र के पोखरनी में लंबे समय से हर तीसरे वर्ष नौ दिवसीय पारायण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिसमें श्रीमद्भागवत कथा और तांत्रिक अनुष्ठानों का अनवरत सिलसिला चलता है। मान्यता है कि इस आयोजन से देवी आदि शक्ति की विशेष कृपा बरसती है और गांव के लोग निरोगी होकर देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देकर सुख समृद्धि प्राप्त करते हैं। बुजुर्गों के अनुसार यही कारण है कि लगभग पांच हजार की आबादी वाले इस गांव के 80 फीसदी परिवार की जीविका चलाने वाले लोग खाड़ी देशों से लेकर केंद्र और प्रदेश की सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में सहभागिता निभा रहे हैं। यही नहीं इस आयोजन में नौ दिन पूरे गांव के श्रद्धालु घर के बाहर ईशान कोण पर या फिर महाकाली मंदिर परिसर में भोजन पका कर प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। साथ ही हवनोत्सव के दिन सांस्कृतिक व तांत्रिक अनुष्ठान कर असाध्य रोगों से निजात पाते हैं। इस मौके पर राज परिवार के राजा वीरेंद्र प्रताप नारायण सिंह, लाल राघवेन्द्र प्रताप नारायण सिंह, समाजवादी प्रबुद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष श्याम नारायण 'कक्कू शुक्ला, अंकित शुक्ला सीटू, पूर्व पुलिस अधिकारी ओंकार नाथ श्रीवास्तव, जेपी श्रीवास्तव, ग्राम प्रधान प्रेम नाथ निषाद, सोनू निषाद, राम चंद्र चौरसिया व कन्हैया चौरसिया समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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