गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर सचिव आफताब अहमद के नेतृत्व में, उत्तर प्रदेश में बिजली की बढ़ती हुई कीमत के सम्बन्ध में जिलाधिकारी, गोरखपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रेषित किया गया।
ज्ञापन देने के उपरान्त मीडिया के बंधुओं से बातचीत करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर सचिव आफताब अहमद ने अपने वक्तव्य में कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली के दामों में बृद्धी एवं बिजली कटौती से आम जनता परेशान है। इसपर तत्काल रोक लगाया जाना चाहिए। सरकार को आम आदमी की चिंता नहीं है। महंगाई और बेरोजगारी से पहले से ही त्रस्त जनता को अब भाजपा सरकार द्वारा मंहगी बिजली का करेन्ट लगाकर एक और झटका देने की तैयारी में है। सरकार और बिजली कम्पनियों ने बिजली की दरों को बढ़ाकर मंहगाई को और बढ़ाने का खेल खेलना शुरू कर दिया है।
बिजली का निजीकरण ना तो प्रदेश की जनता के हित में है ना किसानों के हित में है, ना ही गरीबों के हित में है, ना कर्मचारियों के हित मे है।
समाचार पत्रों की खबरों के अनुसार अगले माह से बिजली की दरें करीब 4.27 फीसदी बढ़ने जा रही है। सबसे ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं पर भार पड़ेगा। जनता बिजली की अव्यवस्थाओं को लेकर परेशान है, बिजली न आना और बिल ज्यादा आना आम समस्या है।
आम जनता पहले से ही खाद्य पदार्थों, खाद्यान्नों तेल, दाल की महंगाई से परेशान है। शिक्षा और बच्चों की फीस की मंहगाई से अभिभावक दबाव में है, ऐसे में बिजली की दरें बढ़ने से आम जनता और किसानों की कमर टूटनी तय है। उत्तर प्रदेश अब बिजली की दरें बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ने का काम कर रही है।
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