गोरखपुर। पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के अन्तर्गत आज एनेक्सी भवन में शहर विधानसभा के "पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के (जलशक्ति मंत्री) स्वतंत्र देव सिंह उपस्थित रहे। अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव एवं संचालन महानगर महामंत्री ओमप्रकाश शर्मा ने किया। त्याग की मूर्ति सेवा की सूरत नारी शक्ति की पहचान थी धर्म की रक्षक न्याय की धार अहिल्याबाई महान थीं। जिस भारत भूमि ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को जन्म दिया जिस धरती ने माता जीजाबाई को जन्म दिया उसी भूमि की एक तेजस्विनी पुत्री थी अहिल्याबाई जी।
मुख्य अतिथि ने कहा कि अहिल्याबाई की भक्ति में श्रद्धा थी शासन में न्याय था जीवन में तपस्या थी और दृष्टि में पूरा भारतवर्ष था । अहिल्याबाई होल्कर जी की आत्मा में संस्कारों की गहराई थी और हृदय में धर्म और प्रजा के प्रति अद्भुत करुणा थी। अहिल्याबाई के जीवन में दुखों की श्रृंखला कभी थमीं नहीं थी पहले उनके पति का निधन हुआ फिर एकमात्र पुत्र की मृत्यु हो गई।
एक सामान्य स्त्री होती तो जीवन को निष्क्रियता की गहराई में डुबो देती लेकिन अहिल्याबाई ने कहा जिसका कुछ नहीं रहा वहीं अब सबका है।
उन्होंने विलाप नहीं किया वे प्रजा की मां बन गई उन्होंने आत्म विलाप को आत्म सेवा में बदल दिया।
अहिल्याबाई ने अपने राज्य को रामराज्य का प्रतीक बनाया। लोक माता ने 30 वर्षों तक मालवा राज्य का संचालन किया उनकी न्याय प्रीयतां और सुशासन आज भी प्रशासन शास्त्र में आदर्श मानी जाती है।
जब 18 वीं सदी में महिलाओं को घर से बाहर निकालने की अनुमति नहीं थी तब अहिल्याबाई ने पुरुष प्रधान समाज को यह दिखाया कि एक नारी यदि धर्म साहस और नीति पर आधारित हो तो राज्य का सफल संचालन कर सकती है धर्म की रक्षा कर सकती है और लाखों जीवनों को दिशा दे सकती है उनका जीवन आज की बेटियों बहनों और माताओं के लिए एक अमिट प्रेरणा है।
वह तलवार नहीं उठाती थी पर उनकी वाणी सेवा और नीति ही उनका शस्त्र था।
सनातन संस्कृति के लिए उनका योगदान युगों युगों तक याद रखा जाएगा।
मोदी सरकार और योगी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी को आदर्श मानकर निरंतर कार्य कर रही है। मोदी सरकार अहिल्याबाई होलकर के सपनों को साकार करने के लिए महिलाओं की भागीदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
मिशन सिंदूर जैसी योजनाओं की जिम्मेदारी महिला अधिकारियों को दी गई जिससे महिलाओं को नेतृत्व और निर्णय प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है।
मोदी सरकार ने देवी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा किए गए मंदिरों घाटों कुओं और बावडियो के निर्माण एवं जीर्णोद्वार के कार्यों को आगे बढ़ाते हुए देशभर में धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास को प्राथमिकता दी है। लोकमाता अहिल्याबाई का जीवन एक महिला का नहीं एक युग का प्रतिनिधित्व करता है उन्होंने हमें सिखाया । उनकी प्रेरणा हम सबके जीवन में ज्योति बनकर जलती रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता,पूर्व महापौर डॉ सत्या पाण्डेय, पूर्व महापौर अंजू चौधरी, क्षेत्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा अमिता गुप्ता, महानगर अध्यक्ष महिला मोर्चा श्वेता श्रीवास्तव, अच्युतानंद शाही, इन्द्र मणि उपाध्याय, ओम प्रकाश शर्मा, रमेश प्रताप गुप्ता, दयानंद शर्मा, रणविजय शाही, जितेन्द्र चौधरी जीतू, वीरेंद्र पांडेय, पदमा गुप्ता, मनोज अग्रहरी, अवधेश अग्रहरी, अजय श्रीवास्तव, रंजूला रावत, दयाकृष्ण गुप्ता, डॉ नवीन पाण्डेय बच्चा, गौरव तिवारी, मंडल अध्यक्ष व अन्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता , महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव , ग्रामीण विधायक विपिन सिंह , पूर्व महापौर डॉ सत्या पाण्डेय, अंजू चौधरी, क्षेत्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा अमिता गुप्ता, श्वेता श्रीवास्तव, इन्द्र मणि उपाध्याय ,सहित भारी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि गण एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
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