देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अब इसे लेकर सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड पर है। भारत में इस वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के इस नए वेरिएंट ( JN.1 Variant ) के कुल 1010 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में नए संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर समेत भी देश के अन्य हिस्सों में इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आइए आपको बताते है कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे की वजह क्या है और इससे आप किस तरह से बच सकते हो।
- इन्फेक्शन और वैक्सीनेशन
इसका सबसे बढ़ा कारण पिछले इन्फेक्शन और वैक्सीनेशन से कम होती इम्युनिटी है, जो मौजूदा समय में एक बड़ी चिंता का कारण है। वहीं बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग, समय के साथ कमजोर होती इम्युनिटी की वजह से एक बार फिर से इन्फेक्शन के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं।
- रेस्पिरेटरी वायरस
वहीं मौसम का भी इसमें पूरा योगदान है. बाकी रेस्पिरेटरी वायरस की तरह, SARS-CoV-2 ठंडी या ज्यादा ह्यूमिडिटी वाले हालातों में प्रभावी रूप से फैलता है। देश के कई हिस्सों में मानसून के जल्दी आने से भी हवा में नमी ज्यादा है, जिससे मौसम ह्यूमिड हो गया है। जिससे कई देशों में मौसम फ्लू और अन्य वायरल संक्रमण बढ़ रहे हैं।
- सावधानी की कमी
पिछले कुछ टाइम से कोरोना के मामलों में आई गिरावट के बाद से लोगों में इसे लेकर जागरूकता फैल गई है। इसके साथ ही अब वायरस की जांच और इसकी निगरानी में भी कमी आ गई है, जिसकी वजह से वह संक्रमण दबे पांव तेजी से फैल रहा है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसी जरूरी गाइडलाइंस को फॉलो न करना भी इसका एक कारण है।
- इन बातों का रखें ध्यान
- पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें और शारीरिक दूरी बनाए रखें।
- साबुन और पानी से बार-बार हाथों को धोएं या अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल/टिश्यू या कोहनी से ढकें।
- इस्तेमाल किए गए टिश्यू को इस्तेमाल के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंक दें।
- बातचीत के दौरान लोगों से सही दूरी बनाए रखें. खासकर उन लोगों से जिनमें फ्लू जैसे लक्षण नजर आ रहे हों।
- अगर आपको बीमार महसूस हो और बुखार, सांस लेने में कठिनाई और खांसी जैसे लक्षण नजर आएं, तो लोगों से दूर रहें और डॉक्टर से संपर्क करें।
No comments:
Post a Comment