- 36 घण्टे के अंदर हत्यारोपी गिरफ्तार
बस्ती। थाना छावनी पुलिस, एस0ओ0जी0 टीम बस्ती व स्वाट टीम बस्ती की संयुक्त कार्यवाही में थाना छावनी क्षेत्रान्तर्गत हुई हत्या का सफल अनावरण करते हुए 02 अभियुक्तों को 36 घण्टे के अंदर गिरफ्तार किया गया।
थाना छावनी पुलिस, एस0ओ0जी0 टीम बस्ती व स्वाट टीम बस्ती की संयुक्त कार्यवाही में थाना छावनी क्षेत्रान्तर्गत हुई हत्या जिसके संबंध में थाना छावनी पर मु0अ0सं0 149/2024 धारा 302 पंजीकृत किया गया था का सफल अनावरण करते हुए हत्या से संबधित दयावान शुक्ला पुत्र स्व० सीताराम शुक्ला निवासी ग्राम लोकईपुर थाना छावनी जनपद बस्ती, अंगद शुक्ला पुत्र स्व० सीताराम शुक्ला निवासी ग्राम लोकईपुर थाना छावनी जनपद बस्ती को बबुरहवा अण्डर पास से 36 घण्टे के अंदर गिरफ्तार कर अभियुक्तों की निशानदेही पर दो लोहे का पाइप (आलाकत्ल) बरामद किया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 10 जून को थाना छावनी पर ग्राम लोकईपुर थाना छावनी जनपद बस्ती में निर्माणाधीन पानी टंकी के पास शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई । इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक छावनी द्वारा मय पुलिस फोर्स के साथ तत्काल घटनास्थल पहुंचकर देखा गया कि एक व्यक्ति मोटरसाइकिल गाड़ी संख्या (UP51AR3214) पर मृत पाया गया, वहां पर उपस्थित लोगों से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि मृत व्यक्ति का नाम हरीश शुक्ला पुत्र हरिवंश उम्र 24 वर्ष ग्राम बेलाड़े शुक्ला थाना हरैया जनपद बस्ती है । वादी हरिवंश शुक्ला के तहरीर पर थाना छावनी पर मु0अ0सं0 149/2024 धारा 302 IPC पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही थी ।
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हरीश शुक्ला मेरी बहन पर बुरी नजर रखता था और उसको धमकी देकर जबरदस्ती घर से बाहर बुलाता था। गाँव मे मेरी बहन की बड़ी बदनामी हो रही थी जिससे हम लोंगो ने तंग आकर हरीश शुक्ला को जान से मार डालने का निश्चय कर लिया। 9 जून की रात मे लगभग 10 बजे के करीब जब वह अपनी मोटरसाइकिल से कौवाडाड़ की तरफ से कच्ची रास्ता से ग्राम लोकईपुर की तरफ आ रहा था कि हमलोग ग्राम लोकईपुर से बाहर निर्माणाधीन पानी की टंकी से कुछ दूरी पर सरपत के किनारे कच्चे रास्ते के पास छिपे बैठे थे, और जब हरीश शुक्ला पहुंचा तो हम लोग लोहे के पाइप लहराते हुए उसे रोक लिये और लोहे की पाइप से हम दोनो भाई मिलकर लगातार कई वार किये जिससे वह मोटरसाइकिल के साथ कच्चे रास्ते पर गिर पड़ा और हम लोग उस पर तब तक वार करते रहे जब तक वह मर नही गया। जब हम दोनो भाईयों को विश्वास हो गया कि हरीश शुक्ला मर गया तब हमलोग अपने हाथ मे लिये हुए पाइप को ग्राम चौखड़ी के सरहद पर उगे झाड़ी के बीच मे दोनो पाइप छुपा कर रख दिये उसके बाद चुपके से अपने घर पर आकर सो गये।

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