- फसल तैयार न होने से अभी तक केंद्रों पर नहीं पहुुंच पा रही थी उपज
- मंडल के 311 केंद्रों में 21 केंद्रों पर खरीदा गया 144.80 एमटी गेहूं
- विशेष सचिव की टीम ने तीनों जिलों के क्रय केंद्रों पर परखी गेहूं खरीद की व्यवस्था
बस्ती। माह भर बीतने के बाद पिछले दो दिनों में मंडल के 21 केंद्रों पर 144.80 एमटी गेहूं की खरीद की गई। वहीं कृषि विपणन विभाग के विशेष सचिव व संभाग के नोडल अधिकारी विनीत प्रकाश ने तीनों जिले के खरीद केंद्रों पर पहुंच कर जायजा भी लिया और किसानों से वार्ता कर उनकी समस्याएं सुनी।
पहली मार्च से गेहूं की खरीद शुरू होनी थी। बावजूद इसके फसल तैयार होने में एक महीने का समय लग गया और पांच अप्रैल को किसानों ने केंद्रों पर अपनी उपज लेकर पहुंचना शुरू किया। दो दिन के भीतर बस्ती के 4, संतकबीरनगर के 3 व सिद्धार्थनगर के 14 समेत 21 केंद्रों पर कुल 144.80 एमटी गेहूं की खरीद की गई। गेहूं खरीद से जुड़े अधिकारियों का दावा है कि इस बार लक्ष्य से अधिक गेहूं की खरीद होगी।
मंडल में स्थापित किए गए हैं 311 केंद्र
गेहूं खरीद के लिए आरएफसी यानी कि संभागीय खाद्य नियंत्रक दुर्गेश प्रसाद ने बस्ती समेत संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर जिले में कुल 311 केंद्र स्थापित करवाए हैं। बस्ती में 142, सिद्धार्थनगर में 101 व संतकबीरनगर में कुल 68 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। जबकि इसके अलावा अभी कम से कम सौ केंद्र और बनाए जाने की संभावना है। कारण यह है कि इस बार शासन ने संभाग को कुल तीन लाख एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया है। जिसमें सिद्धार्थनगर के लिए 120 एमटी, बस्ती के लिए 116 व संतकबीरनगर के लिए 64 हजार एमटी गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए सभी केंद्रों पर आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध करवा दी गई है। यही नहीं तीनों जिले के अफसर भी गांव-गांव में गेहूं खरीद की नीतियों का प्रचार प्रसार करने व अधिक से अधिक किसानों का पंजीयन कराने में जुट गए हैं।
इन केंद्रों पर पहुंचे विशेष सचिव
संभाग में गेहूं खरीद के लिए नामित नोडल अधिकारी व विशेष सचिव विनीत प्रकाश ने आरएफसी दुर्गेश प्रसाद, बस्ती के डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह, पीसीएफ प्रबंधक अमित चौधरी व एफसीआई प्रबंधक धीरज सिंह के साथ सबसे पहले मंडी स्थित क्रय केंद्र का जायजा लिया और मार्केटिंग इंस्पेक्टर सुभाष सिंह समेत अन्य अधिकारियों से पूरा ब्यौरा तलब किया। साथ ही केंद्र पर पहुंचे किसानों से भी उनकी समस्याएं सुनीं। उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उसके बाद अधिकारियों का काफिला संतकबीरनगर के टेमा रहमत में स्थापित केंद्र पर पहुंचकर निरीक्षण किया और अंत में सिद्धार्थनगर के डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ के साथ तिलौली खरीद केंद्र का मुआयना किया।
इस बार बढ़ा समर्थन मूल्य व अधिकार
बस्ती के जिला खाद्य विपणन अधिकारी यानी कि डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह के अनुसार पिछले वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य जहां 2125 रुपए रहा, वहीं इस बार सरकार ने डेढ़ सौ रुपए की बढ़ोत्तरी कर 2275 रुपए कर दिया है। यही नहीं बटाईदार किसानों को भी इस बार पंजीकरण कराने व गेहूं बेचने की सुविधा दी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार समर्थन मूल्य की बढ़ोत्तरी व बटाईदार किसानों को मिले अधिकारों की वजह से गेहूं की खरीद लक्ष्य से भी अधिक होगी।
इन अधिकारियों पर है खरीद की जिम्मेदारी
आरएफसी दुर्गेश प्रसाद की अगुवाई में बस्ती के डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह, बस्ती व सिद्धार्थनगर के पीसीएफ के जिला प्रबंधक अमित चौधरी, एफसीआई के प्रबंधक धीरज सिंह व क्षेत्रीय विपणन अधिकारी सुभाष सिंह समेत मंडल के अन्य अधिकारियों की टीम पर कुल तीन लाख एमटी गेहूं खरीद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस बार एफसीआई ने बनाए 13 क्रय केंद्र
इस बार एफसीआई यानी कि भारतीय खाद्य निगम ने बस्ती जिले में सात समेत मंडल में कुल 13 क्रय केंद्र स्थापित किए हैं। जबकि पूर्व में महज पांच ही केंद्र स्थापित किए जाते थे। एफसीआई के प्रबंधक धीरज सिंह के अनुसार बस्ती रेलवे मालगोदाम स्थित एफसीआई गोदाम, प्लॉस्टिक कॉम्पलेक्स स्थित सीडब्ल्यूसी गोदाम, मंडी स्थित गोदाम पर दो क्रय केंद्र व रुधौली में दो क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। जबकि पहले सिर्फ रेलवे मालगोदाम स्थित क्रय केंद्र पर ही खरीद होती थी।

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