झाँसी। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ बालिकाओं को स्वयं अपने हाथों से दवा खिलाते हुए सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट हाई स्कूल सभागार में संपन्न हुआ। जिलाधिकारी ने बताया कि आज 10 अगस्त 2023 से 01 वर्ष से लेकर 19 वर्ष से कम उम्र के किशोरों और किशोरियों एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाए जाने किया गया है। जनपद में लगभग 9,14,632 बच्चों को दवा खिलाई जाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि दवा स्कूल में ही खिलायी जाए, उनके अभिभावकों को किसी भी दशा में दवाई ना दी जाए।
- एमओआईसी स्वयं बच्चों को दवा पिलाई जाना सुनिश्चित करें :
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए कि दवा खाने से बच्चों के पेट में जो कीड़े हैं वह मर जाते हैं और बच्चा जो खाना खाता है जिससे उसका शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में घुमंतु परिवार के बच्चों सहित क्रेशर तथा कंस्ट्रक्शन साइट पर रह रहे परिवार के बच्चों पर भी फोकस करते हुए, उन्हें दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि अभियान में इस वर्ष शत-प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बनाए गए माइक्रो प्लान के अनुसार ही कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में कम बच्चों को दवा खिलाई गई उस क्षेत्र अधिक फोकस करते हुए एमओआईसी स्वयं बच्चों को दवा पिलाई जाना सुनिश्चित करें।
- 2 से 3 साल के बच्चों को पूरी गोली पीसकर खिलाई जानी है :
कृमि मुक्ति कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद के समस्त स्कूलों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाए तथा सभी लक्षित बच्चों को दवा खिलाया जाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि स्कूल, निजी स्कूल व कॉलेज एवं मदरसा में दवा खिलाए जाने का सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय , नोडल अधिकारी डॉ रमाकांत, डॉ महेंद्र कुमार, डॉ विजय श्री शुक्ला सहित प्रधानाचार्य सिस्टर अंजलि, बड़ी संख्या में बालिकाएं और स्टाफ मेंबर उपस्थित रहे।
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